किसान नेता और सरकार के बीच 9 दिसंबर की बैठक स्थगित : किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने कहा

कृषि कानून के खिलाफ पूरे देश में भारत बंद का मिलाजुला असर देखा गया। पंजाब हरियाणा अमृतसर दिल्ली, में बंद का असर ज्यादा दिखा और अन्य सभी राज्यों में मिलाजुला असर देखा गया । सुबह 11:00 बजे से 3:00 बजे तक बंद का ज्यादा असर रहा।
वoहीं बिहार के पटना में डाक बंगला चौराहे पर विपक्ष पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन करते हुए काले कृषि कानून को को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
वही कल जो 9 दिसंबर को छठे दौर की वार्ता होनी थी वह स्थगित हो गई है गृह मंत्री अमित शाह और किसानों के बीच बैठक बेनतीजा रहने के बाद बैठक स्थगित की गई।
बता दें कि मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों के गतिरोध को समाप्त करने के प्रयासों के तहत किसानों नेताओं के समूह से मुलाकात की। 13 किसान नेताओं के समूह के साथ अमित शाह ने 8:00 बजे बैठक प्रारंभ की।
हालांकि बैठक को लेकर किसान संगठनों के बीच असंतोष के स्वर उभरने लगे। भारतीय किसान यूनियन ने निर्धारित वार्ता से एक दिन पहले शाह के साथ बैठक को लेकर सवाल उठाया। प्रदर्शनरत किसान संगठनों में यह सबसे बड़ा संगठन है।
इस बैठक के बाद ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने कहा कि बुधवार हो सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक नहीं होगी। मंत्री (अमित शाह) ने कहा है कि बुधवार को किसान नेताओं को प्रस्ताव दिया जाएगा। बुधवार को किसान नेता सिंघु बॉर्डर पर इस प्रस्ताव को लेकर बैठक करेंगे। सरकार कृषि कानून वापस लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर देपहर 12 बजे किसान नेताओं की बैठक होगी।
No meeting will be held between farmers & govt tomorrow. The minister has said that a proposal will be given to the farmer leaders tomorrow. Farmer leaders will hold a meeting over govt's proposal: Hannan Mollah, General Secy, All India Kisan Sabha pic.twitter.com/M1lItQ1kGg
— ANI (@ANI) December 8, 2020
Tomorrow we will hold a meeting at Singhu border (Delhi-Haryana border) at 12 pm: Hannan Mollah, General Secretary, All India Kisan Sabha. #FarmersProtest pic.twitter.com/AxMrdwH1xn
— ANI (@ANI) December 8, 2020