यूपी के हाथरस में गैंगरेप मामला : बिटिया दिवस के दिन एक बिटिया ने दम तोड़ दी।

यूपी के हाथरस में जो मनीषा के साथ हुआ वह समाज का घिनौना रूप और भयावह चेहरा है। इस तरह के विकृत मानसिकता वाले लोग हमारे समाज के लिए नासूर बन चुके हैं। कल बिटिया दिवस के दिन पीड़िता दम तोड़ दी। और यूपी पुलिस द्वारा आनन-फानन में उसके माता-पिता के विरोध करने के बावजूद बलपूर्वक करीब 2:30 बजे मनीषा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
चंदपा क्षेत्र की अनुसूचित जाति की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता बिटिया की मौत की खबर जैसे ही मंगलवार को सुबह यहां लोगों को पता चली तो उनमें गम और गुस्सा देखा गया। लोगों ने हाथरस शहर में कई स्थानों पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया और जुलूस निकाले।
पीड़िता के पिता ने कहा वक्त पर अगर इलाज मिलता तो मेरी बेटी बच जाती ,पहले यूपी और फिर दिल्ली में हमारी बच्ची को समय पर इलाज नहीं मिला। सोमवार को हम एम्स पहुंचे तो सफदजंग जाने को कहा गया। पीड़िता के परिजनों ने दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की।
राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है- यह घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, यह आयोग युवती के परिवार वालों के साथ खड़ा है। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए समाज की मानसिकता को बदलना बहुत जरूरी है।