Begusarai Firing: बेगूसराय गोलीकांड में एसपी ने किया खुलासा: हाईवे पर लगे 22 सीसीटीवी कैमरे खंगाले के बाद आरोपियों के मिले सुराग
बेगूसराय: बेगूसराय गोलीकांड ( Begusarai Firing) में पुलिस ने आज चार अपराधियों का गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में केशव कुमार, युवराज, चुनचुन और सुमित कुमार को गिरफ्तार किया है। बेगूसराय के एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि गोलीबारी में शामिल दो अपराधियों घटना की प्लानिंग रचने वाले दो और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक अपराधियों ने दहशत फैलाने के लिए गोलीबारी को अंजाम दिया।
बेगूसराय फायरिंग को लेकर एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसमें दो फायरिंग में शामिल थे और दो ने घटना कि प्लेननिंग की । उनके पास से दो देशी पिस्टल और 5 कारतूस बरामद किया गया है। एसपी ने कहा कि फायरिग मे शामिल दो औऱ लोगों की पहचान हो गयी है, उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वैसे इस कांड की प्लानिंग में कुछ और लोग शामिल हैं। पुलिस छानबीन और छापेमारी में लगी है।
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पुलिस के मुताबिक़ युवराज और सुमित गोली चला रहे थे, जबकि चुनचुन और केशव बाइक ड्राइव कर रहे थे। युवराज ने गोलीबारी में शामिल होने की बात स्वीकारी। एसपी के मुताबिक युवराज ने कहा कि घटना के दिन उसने पीले रंग की टीशर्ट पहन रखी थी, जो सुमित के घर पर छिपा दिया गया है।
मास्टर माइंड केशव को झाझा से पकड़ा गया
उसके बयान के आधार पर पुलिस ने सुमित के घर पर छापेमारी की और वहां से वह पीला टीशर्ट के साथ साथ दो देशी पिस्टल औऱ पांच गोली भी बरामद की गयी। एसपी के मुताबिक इस घटना की प्लानिंग में चुनचुन और केशव उर्फ नगवा के शामिल होने की बात पता चली। उसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर चुनचुन को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन नगवा बेगूसराय से भाग रहा था। उसे ट्रेन से झाझा से गिरफ्तार किया गया।
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एसपी के मुताबिक चुनचुन औऱ केशव गोली चलाने में शामिल नहीं था लेकिन जो फायरिंग कर रहे थे उनसे लगातार मोबाइल पर संपर्क में था। पुलिस को पता चला है कि चुनचुन औऱ केशव ने फायरिंग की प्लानिंग की थी। एसपी ने कहा आरोपियों को पकड़ने के लिए चार खास टीमें बनाई गई थीं। बेगूसराय के आसपास के 6 जिलों की पुलिस टीमें, एसटीएफ, सीआईडी और एटीएस भी आरोपियों को पकड़ने के लिए जुटी थीं। हाईवे पर लगे 22 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार सारे कांड का खुलासा हुआ.