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बिहार कुशल युवा प्रोग्राम (KYP) की छात्रा ने मिथिला पेंटिंग के जरिए बनाई अपनी पहचान

मधुबनी: मधुबनी चित्रकला अथवा मिथिला पेंटिंग बिहार के मिथिला क्षेत्र के की एक प्रमुख चित्रकला है। जिसका देश दुनिया में अपनी एक अलग पहचान है। वर्तमान में मिथिला पेंटिंग के कलाकारों ने अपनी प्रतिभा के दम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मधुबनी मिथिला पेंटिंग को गौरवान्वित किया है। आज मैं ऐसे ही एक छात्रा के बारे में बताने जा रहा हु जो अपनी कलाकृति के दम पर देश- दुनिया में अपनी पहचान बना रही है।

पेंटिंग खूब की जा रही है पसंद

बता दे की डाटाप्रो कंप्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित बिहार सरकार के अंतर्गत कुशल युवा प्रोग्राम चलाया जा रहा है । जिसमे प्रशिक्षण लेने वाली एक छात्रा ने बीएसडीसी  रहिका केंद्र को अपने द्वारा बनाई गई मिथिला पेंटिंग भेंट करते हुए खुशियों को व्यक्त की है । निभा कुमारी जो केवाईपी बैच 1 जुलाई 2017 की छात्रा है उन्होंने अपने चित्रकला के द्वारा केंद्र पर प्रशिक्षण के बारे में बताने की एक कोशिश की है। यह पेंटिंग भारत तथा विश्व में बहुत सारे लोगों द्वारा पसंद की जा रही है।

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आज इस पेंटिंग को लोग इनामस्वरूप अच्छी राशि देने को भी तैयार है। बिहार कुशल युवा प्रोग्राम के तहत बिहार के युवक- युवतियो को तकनीकी कौशल, अंग्रेजी तथा व्यवहार कुशलता सिखाई जाती है। ताकि वे  भी आज की इस डिजिटल दुनिया में पीछे ना रहे हैं और एक कदम ताल में आगे बढ़े तथा अपने सपनों को पहचान दे सके।

पेंटिंग को बीएसडीएम के केवाईपी सपोर्ट ब्लॉक में किया गया प्रदर्शित

निभा कुमारी ने पेंटिंग के जरिए केवाईपी केंद्र डाटाप्रो के बीएसडीसी रहिका केंद्र में चल रहे केवाईपी प्रशिक्षण के क्लासरूम ट्रेनिंग, लैब ट्रेनिंग तथा सर्टिफिकेट और पुरस्कार की एक झलक दिखाने की कोशिश की है। इस पेंटिंग को बीएसडीएम के केवाईपी सपोर्ट ब्लॉक में प्रदर्शित भी किया गया है, जहां इसे बहुत सारे लोगों ने बहुत पसंद किया है। जिससे छात्रा निभा कुमारी की बहुत सराहना भी की जा रही है।

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वही डाटाप्रो कंप्यूटर के बिहार रीजन के डीजीएम राकेश कुमार तिवारी ने छात्रा को बधाई दिए और प्रोत्साहित किए। इस दौरान उन्होंने कहा है कि “हमारे अन्य केंद्रों पर इस तरह की प्रतिभा खोजी अभियान की शुरुआत होनी चाहिए , जहां छात्र एवं छात्राएं अपने प्रतिभा को विश्व के सामने साझा कर पाए।

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