बिहार में कोरोना की बढ़ती रफ़्तार पर लॉकडाउन का प्रहार , 24 घंटो में संक्रमित आंकड़ों में आयी कमी, पटना में भी आयी गिरावट

पटना: कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर बिहार में लॉकडाउन के कारण लगाम लगनी शुरू हो गयी है। राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन का असर अब साफ तौर से दिखने लगा है। बता दे लगातार तीसरे दिन बिहार (Bihar) में संक्रमित मरीजों के आंकड़ों में कमी आई है। बीते 24 घंटे में राज्य में 11,259 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है वहीं, संक्रमण से मौत के आंकड़ों में भी कमी आई है। राज्य में इस दौरान 67 मरीजों की इससे मौत हुई है।
13,364 लोग हुए रिकवर
दरअसल राज्य में पिछले 24 घंटो में 1,09,190 सेम्पल की जाँच की गयी जिसमे 11259 नए मरीज की पुष्टि हुई है। सक्रिय मामले घटकर 1,10,804 पर पहुंच गया है। वही पटना में 1646 नए मरीज मिले है जो पहले के मुताबिक संक्रमित मरीजों के आंकड़े में कमी आयी है। वही सबसे अच्छी बात है कि 13,364 लोग 24 घंटे में कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं।रिकवरी रेट में भी काफी उछाल आया है और यह बढ़कर 80.71 प्रतिशत पहुंच गया है
इसके अलावा, राज्य के अन्य जिलों में भी एक्टिव केसेज भी गिरावट आई है औरंगाबाद में 592, बेगूसराय में 565, पूर्वी चंपारण में 451, गया में 403, मुजफ्फरपुर में 348, समस्तीपुर में 574, सारण में 368, वैशाली में 323, सुपौल में 318, पश्चिमी चंपारण में 303, भागलपुर में 372, गोपालगंज में 365, पूर्णिया में 372, सीवान में 319 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
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15 दिन और धैर्य
इस पर बिहार आईएमए के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार का कहना है कि कोरोना महामारी जिस तरह से विकराल रूप ले चुका है, बिहार सरकार ने समय पर आईएमए की पहल पर लॉकडाउन लगाया जिसका असर अब आंकड़ों में दिख रहा है और संक्रमण का चेन ब्रेक हो रहा है। उन्होंने लोगों से 15 दिन और धैर्य रखकर सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि यदि ऐसा होता है तो बिहार की हालत सामान्य हो सकती है।















