बिहार :लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को लगा फिर से बड़ा झटका, कोई नहीं रहा विधान सभा में लोजपा का प्रतिनिधितव करने वाला

पटना: लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान को फिर से बड़ा झटका लगा है। पार्टी के एकमात्र जीते हुए विधायक भी पार्टी से बगावत कर जदयू का दामन थाम लिया है। देखा जाये तो अब विधान सभा में लोजपा का प्रतिनिधितव ही समाप्त हो गया है। इससे पहले भी लोजपा के कई सदस्य और नेतागण कुछ तो जदयू में शामिल हो गए और कुछ ने राजद का दामन थाम लिया।
जदयू की ली सदस्यता
दरअसल बिते दिन मंगलवार को लोजपा के एकमात्र जीते हुए विधायक राजकुमार सिंह जदयू में शामिल हो गए। वे बेगूसराय के मटिहानी से विधायक है। मगलवार को अशोक चौधरी के साथ राजकुमार सिंह सीएम आवास पहुंचे जहाँ सीएम नतीश कुमार, अशोक चौधरी , विजय चौधरी एवं संसद ललन सिंह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बता दे 5 अप्रैल को ही लोजपा विधायक राज कुमार सिंह ने जदयू में विलय करने का निर्णय लेते हुए बिहार विधान सभा सचिवालय को सूचित किया था। इस सम्बन्ध में बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा एवं मुख्य सचेतक सत्तारूढ़ दल श्री श्रवण कुमार ने पार्टी में शामिल करने के लिए हामी भरी और विधान सभा सचिवालय को जानकारी दी। और 6 अप्रैल 2021 को प्रभाव से जदयू में विधायक दल से सदस्य के रूप शामिल किये गए।
सियासी गलियारो में उठा सवाल
वही इन सबके बीच हैरत की बात यह भी है कि लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान की कोई विशेष सक्रियता भी नहीं दिख रही है। चिराग पासवान बिलकुल चुप्पी साधे हुए है। अभी हाल ही विधान सभा में काफी हंगामा हुआ राजद और सरकार के बीच टकराव हुआ लेकिन चिराग पासवान इस मामले पर शांत रहे । सबसे खास बात तो यह है कि फेल शराबबंदी को मुद्दा बनाने वाले और नीतीश सरकार को नाकाम कहने वाले चिराग पासवान ने इस मसले पर भी चुप्पी साधे रखी। ऐसे में अब सियासी गलियारों में यही सवाल उठ रहा है कि आखिर चिराग की चुप्पी के पीछे का सच क्या है?