छत से फेंकी गयी दोनों बहनो में से एक ने बताई आपबीती, कहा- शख्स ने पहले घुरा और अचानक उठाकर नीचे फेंक दिया
पटना: कल गुरुवार को बहादुरपुर थाना क्षेत्र में हुई वारदात पर नया अपडेट सामने आया है। दो बहनो में से एक बहन सलोनी की जिंदगी बच गई। फिलहाल, वह PMCH के सर्जिकल वार्ड में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। बताया जा रहा है की कमर के नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा है। 11 साल की सलोनी ने खुलासा किया कि उसको हॉस्टल से नहीं, घर की पांचवीं मंजिल से फेंका गया था। वह शाम 4 बजे कपड़े सुखाने मकान के 5वीं मंजिल पर गई थी।
लड़की ने घटना के बारे में बताया
घटना के बारे में सबसे पहले सलोनी ने बताया कि वह किसी हॉस्टल से नहीं, बल्कि उसे घर की ही 5वीं मंजिल से फेंका गया था। वह परिवार के साथ तीसरी मंजिल पर रहती थी, लेकिन गुरुवार शाम 4 बजे कपड़े सुखाने मकान के 5वीं मंजिल पर गई थी। इस दौरान छत पर एक अनजान शख्स पर उसकी नजर पड़ी। वह लगातार उसे घूर रहा था। कुछ ही देर में उसने गोद में उठाया और निचे फेंक दिया। चीख की आवाज सुन छोटी बहन ऊपर आई। फिर उसने बताया, ‘छोटी बहन के आने के बाद आरोपी शख्स ने दोबारा गोद में उठाया और फिर छत से नीचे फेंक दिया। इसके बाद का मुझे कुछ पता नहीं।’
आरोपी प्रतियोगिता परीक्षा की कर रहा तैयारी
बताया जा रहा है कि आरोपी का नाम विवेक कुमार बिभाकर है वह रामकृष्ण नगर कॉलोनी में ही रहता है। वह दरभंगा का रहने वाला है और साल 2012 से ही यहां रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। युवक को मानसिक तौर पर विक्षिप्त भी बताया जा रहा है। ऐसी क्यों किया इस बारे में पूछने पर उनसे पुलिस को बताया कि वह किसी के कहने पर दोनों बहनो को चौथी मंजिल से फेंका। आरोपी के पिता जनार्दन कुमार वित्त विभाग में अंकेक्षक है।
बच्ची के पिता फल व्यवसायी
बता दे बच्ची के पिता नंदलाल गुप्ता फल व्यवसायी हैं उनकी दोनों बेटियों को युवक ने छत से फेंक दिया है। घटना का कारण अब तक पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। इस घटना से गुस्साएं लोगों ने कल बहादुरपुर थाना का घेराव किया था जिसमे दो ऑटों को आग के हवाले कर दिया गया था और इस दौरान जमकर हंगामा मचाया। जानकारी मिलते ही एसएसपी और डीएसपी वहां पहुंचे और लोगो को शान्ति बनाये रखने की अपील की।