बिहार में 636 करोड़ रुपये के विधायक फंड पर सियासत तेज, विपक्ष ने उठाये सवाल ,तेजस्वी ने लिखा सीएम को पत्र

पटना: बिहार में विधायक फंड के डायवर्सन पर सियासत तेज हो गई है। तेजस्वी यादव ने विधायक फंड के पैसे को दुरूपयोग की आशंका जताते हुए सवाल उठाया है। इस सन्दर्भ में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पक्ष ने नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है। पिछले साल विधायकों के फंड का हिसाब नहीं मिल पाने का हवाला देते हुए तेजस्वी ने 636 करोड रुपए के निकासी पर सवाल खड़े कर दिए है।
खर्च विधायकों के क्षेत्र में हो
तेजस्वी यादव ने पत्र के जरिये सरकार से अपील की है कि पैसा विधायकों के अनुशंसा पर ही उन्हीं के क्षेत्र में खर्च हो ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए। वही कांग्रेस ने भी सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि विधायकों को यह जानने का हक है उनका पैसा सरकार कहां खर्च कर रही है। हालांकि इस सब पर एनडीए और जेडीयू ने तेजस्वी और कांग्रेस को जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है। जेडीयू ने कांग्रेस और आरजेडी को समझाते हुए राजनीति नही करने की सलाह दी है। जबकि बीजेपी ने कहा है कि जो पैसा लिया गया है वह जनता के हित में ही खर्च किया जाएगा
636 करोड़ रूपए का आंकड़ा पहुंचा
बता दे पिछले बार विधायक फंड से 50-50 लाख रुपये दिए गए थे। वही इस बार बढाकर 2 करोड़ कर दिया गया है। जो की 636 करोड़ रूपए तक का आंकड़ा पहुँचता है। इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से त्रस्त है ऑक्सीजन और वेंटिलिटर की समुचित व्यवस्था नहीं है इस कारण लोग मर रहे है । ऐसी परिस्थिति में विपक्ष द्वारा वाजिब मांग रखा गया है यह पारदर्शी होना चाहिए की सरकार किन क्षेत्रो में ये राशि खर्च कर रही है। स्वास्थय व्यवस्था में अगर खर्च किया जा रहा है तो फिर बिहार के अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी क्यों है ?
यह भी पढ़े: बिहार में 24 घंटे में आये कोरोना के रेकॉर्डतोड़ मामले, पटना जिले में आंकड़ा बेहद डराने वाला