Breaking News Bihar: विधान सभा घेराव के दौरान राजद कार्यकर्ताओ और पुलिस के बीच भिड़ंत, तेजस्वी यादव और तेजप्रताप पुलिस हिरासत में
पटना: पटना विधान सभा घेराव के दौरान पुलिस और राजद कार्यकर्ताओ की बिच झड़प हुई। जिसमे प्रसाशन के द्वारा पुलिस बेरिकेडिंग तोड़ने पर लाठी चार्ज और वाटर कैनन का इस्तमाल किया गया। उसी दौरान तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और रामधनी सिंह समेत कई कार्यकर्ताओ को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वही पूर्णिया राजद कार्यकर्त्ता नविन यादव लाठी चार्ज में घायल हुए।
सरकार के इस क्रूरता पर तेजस्वी यादव ने कहा है की नितीश कुमार समाजवाद के नाम पर कलंक है। धब्बा है, लोहिया जयंती के दिन सड़क पर हमारे साथ नौकड़ी मांग रहे बेरोजगारों पर लाठी चार्ज और पत्थरबाजी करवाते है। और उसी दिन सदन में कला पुलिसिया कानून लेकर आते है। ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा-क्या बेरोजगारी पर सवाल करना गुनाह है? क्या युवाओं के हक़ की बात करना गैर कानूनी है? हम जनहित के मुद्दे पर सड़क पर प्रदर्शन करे लेकिन नीतीश सरकार का कोई वरिष्ठ अधिकारी बातचीत को आगे नहीं आता है। उल्टा पुलिस से पत्थरबाजी, लाठीचार्ज करवाया जाता है। यह तानाशाही नहीं तो क्या है?
इन मुद्दों पर था घेराव
दरअसल राजद कार्यकर्ताओ द्वारा 23 मार्च को बिहार में लगातार बढ़ते अपराध, बेरोजगारी, महँगाई, पेट्रोल व रसोई गैस की मूल्यवृद्धि, सभी संविदाकर्मियों व शिक्षकों के साथ अन्याय और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के गठन के विरोध में विधानसभा का घेराव करने निर्णय लिया। लेकिन पटना जिला प्रशासन की ओऱ से पत्र जारी कर आरजेडी के मार्च को इजाजत देने से इंकार कर दिया गया है। इस पर तेजस्वी ने इस सन्दर्भ में पार्टी का हौसला बढ़ाते हुए कहा था रुकना नहीं, थमना नहीं, निरंकुश सत्ता के समक्ष झुकना नहीं। वही इस मार्च को रोक लगाने पर नाराज आरजेडी ने कहा है कि मार्च तो हर हाल में निकलेगा, सरकार को जितना लाठी-गोली चलाना है चला ले।