बिहार: पटना के IGIMS में कोरोना का टिका अभियान शुरू: जानिए पहले शख्स ने टिका लगने पर क्या कहा?

पटना: भारत में दुनिया की सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है । देश के हर राज्यों में कोविड-19 के टीकाकरण का शुभारम्भ किया गया। वही दिल्ली AIIMS में रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना का टिका लगवाया। जहाँ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 हर्षवर्धन भी मौजूद थे
इसी क्रम में बिहार में भी कोरोना के टीकाकरण का आगाज़ हो गया । सबसे पहले IGIMS में इस अभियान के मौके पर पौधरोपण किया गया। अभियान की शुरुआत के बाद राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार में 3980 एक्टिव केश होने की बात कही। जिसका 97.97 रिकवरी रेट है। सूत्रों के अनुसार में बिहार में पहला टिका सफाई कर्मचारी रामबाबू को लगया गया। और दूसरा टिका एम्बुलेंस ड्राइवर अमित कुमार को लगाया गया। वही रामबाबू ने मिडिया के जरिये बताया की हम इन 10 महीनो में कोरोना से बचे रहे इसके लिए मै भगवान को धन्यवाद देता हूँ उन्होंने कोरोने वेक्सीन के बारे में भ्रम और डर को फैलाये जाने पर कहा कि इससे डरने कि जरुरत नहीं है क्योंकि डर के आगे जीत है। इसलिए इस वेक्सीन को हर व्यक्ति को लगवाना ही चाहिए क्योकि कोरोना को हराना है ।
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बिहार में टीकाकरण को लेकर रणनीति तैयार हो चुकी है। इसका खुलासा स्वास्थय विभाग के प्रधान सचिव ने शुक्रवार को किया। पहले चरण के टीकाकरण के लिए 4 लाख 64 हज़ार 160 लोगो को रजिस्ट्रेशन किया गया है। जिसमे 3 लाख 72 हज़ार 175 बिहार सरकार के कर्मचारी शामिल है । जबकि 7 हज़ार 247 केंद्रीय कर्चारी है। वही 84 हज़ार 198 निजी स्वास्थय कर्मियों को भी पहले चरण के टीकाकरण में शामिल किया गया है।
दूसरा टिका लेना अनिवार्य है
पहला टिका लगने के 28 दिन बाद दूसरा टिका दिया जायेगा। दोनों टिका एक ही कंपनी का लगे यह सुनिश्चित किया जाएगा। दूसरा टिका लगने के बाद ही मरीज़ के शरीर में एंटीबॉडी तैयार होगा। खास बात यह है की जब तक टीकाकरण का पूरा डोज़ ख़तम नहीं होता तब तक कोविड के नियमो का लगातार पालन करना होगा।