बिहार के विशेष राज्य के दर्जा के मुद्दे पर नितीश सरकार के पीछे हटने पर तेजस्वी यादव ने किया हमला, कहा- डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है
पटना : बिहार के विशेष राज्य के दर्जा के मुद्दे पर नितीश सरकार के हाथ खड़े करने को लेकर राज्य में राजनितिक सियासत तेज हो गयी है। इस मामले पर बिहार विधानसभा मे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर जदयू और नीतीश सरकार पर करारा हमला किया है। इस पर तेजस्वी यादव ने दो अलग अलग ट्वीट कर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है।
वादे पर रहते अडिग
पहले ट्वीट में तेजस्वी यादव ने लिखा है कि 2024 में अगर हमारा गठबंधन बिहार की 40में से39सीटें जीतता है तो जो भी प्रधानमंत्री होंगे,स्वयं पटना आकर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा करेंगे। क्योंकि हम नीति,सिद्धांत,सरोकार,विचार और वादे पर अडिग रहते है। हमारी रीढ़ की हड्डी सीधी है। हम जो कहते है वो करते है।
पार्टी थक चुकी है
इसके अलावे दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिला पाए वो मुख्यमंत्री बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्या दिला पाएँगे? क्या यही 40 में से 39 सांसदों वाला डबल इंजन है? मैंने पहले ही कहा था नीतीश जी थक चुके हैं। अब तो उनकी पार्टी स्वयं मान रही है कि पार्टी भी थक चुकी है।
पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिला पाए वो मुख्यमंत्री बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्या दिला पाएँगे? क्या यही 40 में से 39 सांसदों वाला डबल इंजन है? मैंने पहले ही कहा था नीतीश जी थक चुके है। अब तो उनकी पार्टी स्वयं मान रही है कि पार्टी भी थक चुकी है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 28, 2021
दरअसल सोमवार को नीतीश सरकार के योजना और विकास मंत्री एवं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने सूचना भवन में नीति आयोग की रिपोर्ट पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया । इस दौरान बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के मामले पर उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग करते करते हम थक गये है, इसलिये अब यह मांग नही करेगें। अब उनकी सरकार और जदयू विशेष राज्य के दर्जा की मांग नही करेगी और इसके बदले आर्थिक पैकेज की मांग करेगी। उन्हौने बिहार की रैंकिंग को लेकर नीति आयोग की रिपोर्ट पर भी सवाल खड़ा किया था।