तेजस्वी के सरकारी आवास पर बनाये अस्पताल को सरकार ने किया खारिज, मंगल पांडेय ने कहा- “घर पर बेड लगाने से अस्पताल नहीं बन जाता “

पटना : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में कोविड केयर की स्थापना को बिहार सरकार ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है। बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि कोई व्यक्ति अपने घर में अस्पताल नहीं खोल सकता। हॉस्पिटल खोलने की व्यवस्था होती है। एक प्रोटोकॉल होता है, जिसका सबको पालन करना होता है।
सिस्टम के तहत होता है
बिहार के हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय ने कहा कि “व्यवस्थाओं को किस तरीके से चलाना है, इसका अपना एक सिस्टम के तहत होता है और वह सिस्टम तय करता है। अगर घर में कोई जबरदस्ती अस्पताल खोल दे तो वहां उसकी मान्यता लेनी पड़ेगी। बिना स्वीकृति और मान्यता के कोई चाहेगा तो कहीं भी अस्पताल खोल देगा। अगर कोई कैजुअल्टी या घटना हो गई तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।”
तेजस्वी से मिलना मिडिया के लिए चुनौती
तेजस्वी पर निशाना साधते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि “पूरे कोरोना काल में नेता प्रतिपक्ष कहाँ गायब है। हमसे लोग जब चाहते हैं तब आकर मिलते हैं। राजनीति करने के लिए तेजस्वी कुछ भी बयान देते हैं। मैं सेवा करने का काम करता हूँ। तेजस्वी यादव की ये कैसी पहल है। आजतक तो वो खुद दिखाई नहीं दिए कि कहां हैं। कोरोना काल में मीडिया भी प्रत्यक्ष रूप से उनसे नहीं मिल पाई है। तेजस्वी से मिलना मीडिया के लिए भी चुनौती है।”
बता दे 2 दिन पहले तेजस्वी यादव ने सोसल मिडिया के जरिये लाइव आये थे और उन्होंने सरकार से कई अपील की थी। साथ ही साथ उन्होंने बिहार आने की इजाजत भी मांगी थी। उन्हें बिहार आने दिया जाये । इसके अलावा उन्होंने अपने 1 पोलो रोड स्थित सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर या कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के तौर पर देने के लिए तैयार है।
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कोविड अस्प्ताल में बदला
इसी मामले में तेजस्वी ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। और उससे जुड़े सारे इंतजाम किये। साथ ही बिहार सरकार को इसे टेक ओवर करने की अपील की। इस अपील को बिहार सरकार ने खारिज कर दिया है।