बिहार में ब्लड बैंक के नही पड़ेंगे काटने चक्कर, अब लोग अब घर बैठे खून की उपलब्धता के बारे में जान सकेंगे

पटना: बिहार में अब लोग अब घर बैठे खून की उपलब्धता के बारे में जान सकेंगे। सूबे के 89 ब्लड बैंकों का डिजिटलीकरण किया गया है । यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी । उन्होंने बताया कि इस दिशा में बड़ी पहल की है। 89 ब्लड बैंकों को ई-रक्त कोष में जोड़ा गया है।
वहीं, दस जिलों में 10 नये ब्लड बैंक भी बनाये गये हैं। अब खून की उपलब्धता कम नहीं होगी। यही नहीं, ब्लड कलेक्शन बढ़ाने के लिए नये ब्लड कलेक्शन स्टोरेज यूनिट भी स्थापित किये जा रहे हैं । इस कलेक्शन यूनिट के मामले में स्टेट गवर्नमेंट ने काफी काम किये हैं । बता दे 2016-17 में सूबे में मात्र आठ ब्लड स्टोरेज यूनिट थे, आज 68 हो गये हैं। वर्ष 2017-18 में 46, 2018-19 में 54 और वर्ष 2019- 20 में 58 ब्लड स्टोरेज यूनिट थे यानी, पांच वर्षों में 60 नये ब्लड यूनिटों की शुरूआत हुई है।
ब्लड बैंक की संख्या 109 तक होगी
स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे के मुताबिक आनेवाले दिनों में इसकी संख्या ,109 तक बढ़ने का अनुमान है। पूरे राज्य में 94 ब्लड बैंक क्रियाशील हैं । इसमें जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज सहित 38 सरकारी ब्लड बैंक, पांच रेड क्रॉस समर्थित और 51 निजी ब्लड बैंक शामिल हैं। जल्द ही 10 जिलों में 10 नये बैंकों की शुरूआत होनी है। भागलपुर, बांका, शिवहर, पूर्वी चम्पारण, सुपौल, अरवल ओर अररिया में भी नये ब्लड बैंक बनेंगे
हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि ई-रक्त कोष ब्लड बैंकों के कार्य प्रवाह को जोड़ने, डिजिटलीकरण और सुव्यवस्थत करने की पहल की गयी है ।