बिहार: तेजस्वी यादव “अग्निपथ योजना” के विरोध में राजभवन तक किया पैदल मार्च, राजयपाल को सौपा ज्ञापन
पटना: बिहार के प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज अग्निपथ योजना के विरोध में राजभवन मार्च निकाला गया। युवाओं के इस मुद्दे को लेकर आरजेडी के सभी नेताओं के साथ-साथ लेफ्ट के नेता शामिल रहे। तेजस्वी यादव के इस पैदल मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी शामिल हुए। हालाँकि कांग्रेस इसमें शामिल नहीं हुई
सैकड़ों की संख्या में आरजेडी के नेता और विधायक इस मार्च के समर्थन में विधानसभा से राजभवन तक पैदल चलकर आए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एक 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन सौपा गया। अग्निपथ योजना के विरोध में विपक्ष के नेताओं काफी आक्रोश है।

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4 साल बाद इनका कोई नाता नहीं
वही तेजस्वी यादव ने कहा है “नाम नमक निशान” के लिए भारतीय सैन्य बलों के शूरवीर हँसते हुए अपनी जान की बाजी लगाते है क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी संस्था आजीवन उनका,उनके परिवार का ख्याल रखेगी। जब 75% को पता होगा कि 4 साल बाद इस संस्था से हमारा कोई नाता नहीं होगा, तब वह पूरी कर्तव्यनिष्ठा से काम कैसे कर पाएगा?
यह योजना तानाशाही का परिचायक
आगे उन्होंने कहा अग्निपथ_योजना केंद्र की तानाशाही का परिचायक है। देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। जो सैनिक अपने भविष्य के लिए चिंतित होंगे वे ठीक से देश की रक्षा कैसे कर पाएँगे? #अग्निवीर बनाने के पीछे भाजपा का क्या वास्तविक एजेंडा है वह तो इनके नेताओं के आपत्तिजनक बयानों से ही साफ है।
अपने घर से नहीं भेजुंगा अग्निपथ भर्ती योजना में : मनोज झा
जबकि आरजेडी नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि आंदोलन सड़क से सदन तक चलेगा। केंद्र सरकार ने बिना तर्क के इस तरह की योजना लांच की है। जाहिर सी बात है अग्निपथ की योजना को लेकर आम युवाओं में आक्रोश है क्रोध है। क्योंकि कोई भी अपने भाई भतीजा या फिर मैं भी अपने घर से किसी को अग्निपथ योजना में के तहत नौकरी नहीं करने दूंगा।
युवा पुलिस के डर से शांत
आरजेडी विधायकों की माने तो यह राजनीति नहीं है, युवा शांत नहीं हुए हैं, वह पुलिस के डर से वे चुप हैं। केंद्र सरकार और बिहार सरकार मिलकर इस आक्रोश को दबा रही है। जब तक अग्निपथ योजना वापस नहीं होगा तब तक आंदोलन यूं ही चलता रहेगा। राजद के युवा विधायक चेतन आनंद ने तो नेताओं के पेंशन को बंद करने की बातें कह दी है। उन्होंने कहा कि देश में किसान और जवान ने देश को चलाने में योगदान देते है। लेकिन सरकार पहले किसान के लिए मुसीबत खड़ी करती है और भी अब देश के जवानो के लिए।
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15 ट्रेनें फूंक दी गई
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार के लगभग सभी जिलों में आंदोलन हुए। 15 ट्रेनें फूंक दी गई। तोड़फोड़ हुए, लूटपाट हुई। इस आंदोलन का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला। बिहार में भाजपा के डिप्टी सीएम रेणु देवी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल कई विधायकों पर भी हमले हुए। हालांकि 3 दिनों तक चले आंदोलन में संपत्तियों का नुकसान तो हुआ लेकिन 3 दिन के बाद पुलिस ने सब कुछ संभाल लिया।