कर्णाटक में दलितों के समूह ने किया मंदिर पर कब्जा, मंदिर के खंबा छूने पर दलित बच्चो के साथ हुई थी मारपीट
कर्णाटक में गुस्साए दलितों के समूह द्वारा एक मंदिर पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। दलितों ने मंदिर पर कब्जा कर वहां नीला झंडा फहरा दिया। दरअसल कुछ दिन पहले कर्णाटक के एक मंदिर दलित बच्चो को ग्रामीणों ने पिटाई कर दी थी । उन बच्चो पर मंदिर के खंभे छूने का आरोप था।
बता दे , 8 सितंबर को कोलार जिले में भूतयम्मा मेले का आयोजन किया गया था। जिसमे दलितों को गांव के देवता के मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी। इसी गांव के रहने वाले दोनों बच्चे मंदिर के अंदर चले गए। बच्चे ने ग्राम देवता सिदिराना से जुड़े एक खंभे को छू लिया।
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कुछ ग्रामीण ने बच्चे को मंदिर का हिस्सा छूता देख लिया और बुजुर्गों को बता दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि लड़के ने गांव के नियमों की अनदेखी की। बस इसी बात से गुस्साए ग्रामिणों ने दलित बच्चे के साथ मारपीट की। उसके बाद बच्चे के परिवार को अगले दिन गांव के बुजुर्गों के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया।
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ग्रामिणों ने आरोप लगाया था कि खंभा छूने से अशुद्ध हो गया और उसे फिर से रंगना पड़ेगा। गांव के मुखिया नारायणस्वामी ने उन पर री पेंटिंग के लिए 60 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया। और यह भी चेतावनी दी कि अगर वे 1 अक्टूबर तक जुर्माना नहीं भरते हैं, तो पूरे परिवार को गांव से निकाल दिया जाएगा।
गुरुवार को दलित परिवार के साथ इस व्यवहार से गुस्साए अन्य दलितों ने गांव का घेराव किया। साथ ही नाराजगी जताते हुए मंदिर में नीला झंडे लगा दिए और कब्जा कर लिया। दलित परिवार ने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज की थी। पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया था।