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कन्हैया ने कांग्रेस का हाथ थामा, कहा – देश को भगत सिंह की वीरता,अंबेडकर की समानता और गांधी की एकता की जरूरत है

नई दिल्ली: JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया । साथ ही  गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी कागेंस पार्टी वैचारिक रूप से जुड़ गयें हैं। हालाँकि तकनीकी वजह से कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है।कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस को लोकतांत्रिक पार्टी बताया जबकि  देश के प्रधानमंत्री के साथ भाजपा और आरएएस पर राजनीतिक प्रहार किया।

कन्हैया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसलिए ज्वाइन कर रहा हूं, कि मुझे ये महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग, वो सिर्फ लोग नहीं हैं, वो एक सोच है, वो इस देश की सत्ता पर ना सिर्फ काबिज हुए हैं, इस देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, इसका मूल्य, इसका इतिहास, इसका वर्तमान और इसका भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. वो जो सोच है, उस सोच के बारे में आप अपने आप समझ जाएंगे, क्योंकि कहीं मैंने पढ़ा था कि आप अपने दुश्मन का चुनाव कीजिए, अपने विपक्ष का चुनाव कीजिए, दोस्त अपने आप बन जाएंगे. तो हमने ये चुनाव किया है।

कांग्रेस नहीं बचेगा तो  देश नहीं बचेगा

हम इस देश की सबसे पुरानी पार्टी, सबसे लोकतांत्रिक पार्टी, मैं जोर देकर बोल रहा हूं, लोकतांत्रिक पार्टी, ताकि आप लोग परिवारवाद पर सवाल जरूर कीजिएगा। लोकतांत्रिक पार्टी में हम इसलिए शामिल होना चाहते हैं कि हमें लगता है और सिर्फ हमें नहीं लगता है, इस देश के लाखों, करोड़ों नौजवानों को ये लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बची, तो देश नहीं बचेगा।

आंबेडकर की समानता , भगत सिंह की वीरता  और गाँधी जी के एकता की जरुरत

कन्हैया ने आगे कहा  देश में प्रधानमंत्री अब भी हैं, देश में प्रधानमंत्री इससे पहले भी थे, देश में आगे भी प्रधानमंत्री होते रहेंगे, लेकिन आज जब हम लोग श्री राहुल गांधी की उपस्थिति में फॉर्मली कांग्रेस पार्टी का फॉर्म भर रहे थे, जो साथी जिग्नेश ने संविधान की कॉपी दी और हमने उनको भगत सिंह, गांधी और अंबेडकर की तस्वीर प्रस्तुत की, क्योंकि हमारा ये मानना है कि आज इस देश को भगत सिंह जी की वीरता की जरूरत है. भगत सिंह जी के साहस की जरूरत है. आज इस देश को अंबेडकर की समानता की जरूरत है और आज इस देश को गांधी जी की एकता की जरूरत है।

आगे कन्हैया ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी  ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और वहां उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है पर कांग्रेस में आकर मे इस पार्टी की वैचारिक परम्परा का निर्वहन करने आया है।देश के लोकतांत्रिक पार्टी काग्रेस एक बड़ी जहाज की तरह है,जिससे करोड़ों युवाओं की आकांक्षा जुड़ी हुई है और इस आकाक्षा को पूरा करने का प्रयास वे कांग्रेस के बैनर तले करते रहेगें।

कन्हैया को बताया आजादी का प्रतीक

बता दे कांग्रेस कार्यालय मे आयोजित समारोह में कन्हैया और जिग्नेश मेवाणी का स्वागत के दौरान पार्टी राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ,पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला पूर्व केन्द्रीय मंत्री पवन बंसल समेत पार्टी के कई वरिष्ट नेता शामिल हुए और पार्टी ज्वाईन करने वाले दोनो नेताओं का स्वागत किया। इस दौरान रणदीप सूरजेवाले ने कहा कि देश में 7 साल से हिलटरशाही की सरकार चल रही है। वहीं केसी वेणुगोपाल ने कन्हैया कुमार को अभिव्यक्ति की आजादी के प्रतीक बताया।

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