पेट्रोल के बाद दूध हुआ महंगा, बना लोगो के लिए सरदर्द, 1 मार्च से दूध के दाम बढ़ जाएंगे

नई दिल्ली: लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में में बढ़ोतरी को देखते हुए अब दूध की कीमतों पर इसका असर होने वाला है । बताया जा रहा है की दूध उत्पादकों ने मांग की है कि दूध के दाम 55 रुपये लीटर तक बढ़ा दिए जाएं क्योंकि महंगे पेट्रोल-डीजल की वजह से उनके आर्थिक हालात खराब हो गए हैं। यह आम आदमी के लिए एक और बड़ा सरदर्द बनने वाला है। वहीं, रतलाम के कुछ गांवों में उत्पादकों ने कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला किया है। रतलाम मिल्क प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के मुताबिक, मंगलवार को 25 गांवों की एक बैठक हुई दूध के दाम बढ़ाए जाने पर सहमति बनी हैं। 1 मार्च से दूध के दाम बढ़ जाएंगे।
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वही दूध की कीमतों को लेकर ट्विटर पर # 1 मार्च_ से _ दूध _ 100 _ लीटर खूब ट्रेंड कर रहा है । दरअसल सिंधु बॉर्डर पर आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने दूध के दाम बढ़ने की बात की है। भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने बताया की 1 मार्च से किसान दूध के दामों में बढ़ोतरी करेंगे। 50 रूपए लीटर बिकने वाला दूध दोगुनी कीमत यानी 100 रूपए लीटर बेचा जायेगा। तब से यह ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है । वही मलकीत सिंह का कहना है सरकार ने तेल के डैम बढाकर किसानो को घेरने का प्रयास किया था।
कोरोना काल में नहीं बढ़े थे दाम
बता दें कि दूध उत्पादकों ने पिछले साल भी दूध के दाम बढ़ाने की मांग की थी लेकिन कोरोना वायरस की वजह से दूध के दाम नहीं बढ़ाए गए थे। यही वजह है कि दूध उत्पादकों को आज भी उतने रुपये में दूध बेचना पड़ रहा है जितने में वो 2 साल पहले बेचते थे। बता दें कि फिलहाल मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में दूध 43 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. अब इसकी कीमत 12 रुपये बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर कर दी जाएगी।
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गौरतलब है कि कई शहरों में इस समय पेट्रोल के दाम 100 रुपए तक पहुंच गया है। ऐसे में दूध उत्पादकों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण दूध के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ गया है। इसके अलावा पशुओं के लिए चारा भी महंगा हो गया है। इसके कारण पशुपालन में दिक्कतें आ रही हैं। अगर दूध की कीमतें नहीं बढ़ाई गईं तो वे लोग हड़ताल कर देंगे और दूध की सप्लाई रोक देंगे।