रामविलास पासवान को मरणोपरांत मिला पद्म भूषण सम्मान, चिराग पासवान ने सम्मान किया ग्रहण

पटना : चिराग पासवान के लिए आज का दिन सबसे बड़ा अहम दिन रहा। उनके लिए गर्व का पल था जब लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और दिवंगत नेता राम विलास पासवान को राष्ट्रपति भवन में पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। रामविलास पासवान को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है। स्व. रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने यह सम्मान ग्रहण किया।
चिराग पासवान को पुरस्कार ग्रहण करने के दौरान उन्हें मां की कमी खली। उन्होंने ट्वीट कर कहा “आज का दिन मिश्रित भावनाओं से भरा हुआ है। एक तरफ़ जहां आँखें नम है तो वही सीना गर्व से भरा हुआ है। पापा को आज मिला सम्मान बेहद खास है । पर पहली बार है कि ऐसे खास मौके पर मां और मेरे साथ वे खुद मौजूद नहीं ।वही महामहिम राष्ट्रपति जी एवं आदरणीय प्रधानमंत्री जी को इस सम्मान के लिए हृदय से आभार जताया।
कोरोना काल के बाद इस साल 2021 में 119 हस्तियों को पद्म पुरुष्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों ये पुरुष्कार दिये गए। बता दें कि पिछले साल 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा सका था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को जनसेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया। बता दें कि बिहार के पांच हस्तियों का चयन इस बार पद्म सम्मान के लिए किया गया था। जिनमें लोजपा संस्थापक के साथ ही गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा भी शामिल हैं। मृदुला सिन्हा को मरणोपरांत पद्म श्री सम्मान दिया गया है। पद्मश्री सम्मान पाने वाले बिहारियों में चिकित्सक डॉ दिलीप कुमार सिंह, मधुबनी पेंटिंग की कलाकार दुलारी देवी और कलाकार रामचंद्र मांझी शामिल हैं।