टोक्यो पैरालिंपिक:भारत को चौथा गोल्ड, वैशाली के बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने की अपने नाम

टोक्यो पैरालिंपिक: भारत के लिए शनिवार का दिन बेहद ही अच्छा रहा। टोक्यो पैरालिंपिक में 11वें दिन भारत को दो गोल्ड सहित चार मेडल मिले। भारत की शुरुआत अच्छी रही। जिसमे बिहार के बेटे प्रमोद भगत ने इतिहास रच दिया। बैडमिंटन में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने बिहार के साथ-साथ देश का मान बढ़ाया है। प्रमोद भगत ने फाइनल में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराकर पदक अपने नाम की। पदक जीतने के बाद उनके गांव में जश्न का माहौल है।
5 साल की उम्र में पोलियोग्रस्त
बता दे प्रमोद भगत बिहार के हाजीपुर के रहने वाले हैं। उन्हें 5 साल की उम्र में पैर में पोलियो के कारण उनकी बहन बेहतर इलाज के लिए ओडिशा लेकर चली गई थीं। जहां उन्होंने अपनी कमजोरी को ताकत बनाया और बैडमिंटन खेलना शुरू किया। प्रमोद के पिता गांव में रहकर खेती करते हैं।

प्रमोद भगत ने बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएल 3 फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के वर्ल्ड नंबर-2 डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से हराया. इसके साथ ही 33 साल के प्रमोद भगत पैरालंपिक के बैडमिंटन इवेंट में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए हैं।

भारत के खाते में 17 पदक
भारत ने दो-दो गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। पहले शूटिंग में मनीष नरवाल ने देश को गोल्ड जीताया और अब भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। मौजूदा पैरालंपिक की बात करें तो भारत ने अब तक 17 पदक जीते हैं। भारत के खाते में अब 4 स्वर्ण, 7 रजत और 6 कांस्य पदक हैं।