बिहार: भीषण ठंड और कोरोना के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा 1 फरवरी से शुरू: परीक्षार्थयों के लिए होंगे नियम

पटना: भीषण ठंड और कोरोना के बीच में बीएसईबी 1 फरवरी से इंटरमीडिएट का एग्जाम आयोजित करने जा रही है। इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारी पूरी हो चुकी है। पूरे भारत में बिहार ही ऐसा इकलौता राज्य है जो 2021 में कोरोना के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा लेने जा रही है।
परीक्षार्थयों की होगी संख्या
13 लाख 50 हजार परीक्षार्थी शामिल होने का अनुमान है। जिसमें छात्राओं की संख्या लगभग 6 लाख 46 हजार और छात्रों की संख्या लगभग 7 लाख के आसपास है। हर जिले में 4 मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। शिक्षा विभाग का दावा है कि इसे लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश निर्गत कर दिए गए हैं।
कोरोना के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा को सफल तरीके से आयोजन कराना बीएसईबी और शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती है। और इसके लिए साफ तौर से दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। परीक्षा केंद्र पर इंट्रेंस और एग्जिट के समय सोशल डिस्टेंस का पालन करना जरूरी होगा। सभी विद्यार्थियों को मास्क लगाकर ही परीक्षा हॉल में जाने की अनुमति होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में 10 मिनट पहले प्रवेश करना होगा।
परीक्षा दो पालियो में होगी
1 फरवरी से 13 फरवरी तक इंटरमीडिएट के तीनों स्ट्रीम, साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स की परीक्षा होगी। इंटरमीडिएट की परीक्षा दो पालियो में आयोजित की जाएगी। जिसमें पहली पारी 9:30 बजे सुबह से और दूसरी पाली दोपहर 1:45 से शुरू होगी। बिहार के 38 जिलों में 1473 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। वही पटना में 85 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। जिसमे पटना में 80 हजार 882 परीक्षार्थी मौजूद रहेंगे।