बोकारो : प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के एक दिवसीय सम्मलेन का उद्घाटन, निजी विद्यालयों के कर्मी भुखमरी के शिकार

बोकारो: जैनामोड़ प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन झारखण्ड के एक दिवसीय राज्य स्तरीय वर्चुअल सम्मेलन का उद्घाटन झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख, एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद एवं प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दुबे ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा की सरकार हमेशा निजी विद्यालयों के साथ सहानुभूति रखेगी और उनकी जो भी मांगे हैं मुख्यमंत्री को उन मांगो से अवगत कराई जाएगी।
निजी विद्यालयों के कर्मी भुखमरी के शिकार
उन्होंने कहा की जो परेशानियां हैं उसे जल्द से जल्द दूर की जाएगी। राज्य स्तरीय सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने अपने संबोधन में कहा की पिछले 16 महीनों से निजी विद्यालय बंद है। इसके बावजूद विद्यालय के कर्मी बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। जिसके बावजूद भी न तो अभिभावक न ही केंद्र सरकार एवं देश के विभिन्न राज्य सरकार करोड़ों निजी विद्यालयों के कर्मी को सहयोग कर रहे है ।
जिसके कारण निजी विद्यालयों के कर्मी भुखमरी के शिकार हो गए है। लगातार एसोसिएशन द्वारा राहत पैकेज मांग की जा रही है। लेकिन उसके बावजूद भी किसी तरह का कोई भी सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से अभिलंब हस्तक्षेप करने की मांग कर सहयोग करने को कहा है। अन्यथा लाखों निजी विद्यालयों के कर्मी भुखमरी के शिकार हो जाएंगे जिसके जिम्मेवार केंद्र एवं राज्य सरकार होगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से करेंगे मांग
वही राज्य स्तरीय सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दुबे ने कहा की निजी विद्यालयों की समस्याओं को हल करने के लिए अगले सप्ताह एसोसिएशन का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर जो भी समस्याएं हैं। उसका समाधान करने के लिए मांग की करेगी। सम्मेलन में 8 सूत्री मांगों का प्रस्ताव प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के समक्ष एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव नीरज कुमार द्वारा प्रस्तुत किया गया एवं सम्मेलन का संचालन एसोसिएशन के राष्ट्रीय कार्यालय सचिव फोजिया खान ने किया।
मौके पर विपिन कुमार, सर्वेश कुमार दुबे, अनिल कुमार, हुजैफा आलम, मुमताज आलम, प्रमोद कुमार, डॉ बीएनपी वर्णवाल, इरफान खान, गयासुद्दीन अंसारी, जया वर्मा, सुनील कुमार, लंकेश कुमार, विद्या गौतम ने कार्यक्रम में प्रस्तावना का समर्थन करते अपने- अपने विचारों को रखा।