भाकपा माले ने मनाया चारू मजूमदार का 49 वां शहादत दिवस, मजदूर किसान विरोधी नीतियों विरुद्ध आंदोलन तेज करने की कही बात
बोकारो: गोमिया प्रखंड अंतर्गत भाकपा माले प्रखंड कमेटी ने चारू मजूमदार का 49 वां शहादत दिवस मनाया। भाकपा माले गोमिया प्रखंड कमेटी ने साडम पंचायत सचिवालय में पार्टी संस्थापक कामरेड चारू मजूमदार का 49 वां शहादत दिवस संकल्प दिवस के रूप में मनाया। इस कार्यक्रम में माले एवं ऐपवा ने संयुक्त रूप से मनाते हुए, चारु मजूमदार की तस्वीर पर माल्यार्पण कर 1 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
किसान आंदोलन के थे जन्मदाता
माले नेत्री शोभा देवी एवं उमेश राम ने कहा कि कामरेड चारू मजूमदार हमारे पार्टी के संस्थापक के साथ-साथ किसान आंदोलन के जन्मदाता थे। जब बंगाल में किसानों की जमीन जमींदारों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा था। तब कामरेड चारू मजूमदार ने किसानों को संगठित कर एक बड़ा आंदोलन खड़ा कर पूरी हुकूमत के दांत खट्टे कर दिए थे, उस वक्त उनकी गिरफ्तारी कर काफी यातनाएं दी गई। इस कारण 28 जुलाई 1972 को उनकी मृत्यु हो गई और वे शहीद हो गए।
बताया सच्चा कम्युनिस्ट की परिभाषा
माले नेता सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कम्युनिस्ट का हर काम एक ही लक्ष्य प्राप्ति के लिए होता है वह जनता की भलाई करना कम्युनिस्ट क्रांतिकारी होता है। क्योंकि क्रांति के बिना जनता की भलाई नहीं की जा सकती। कम्युनिस्ट जानता है कि उसका काम आसान नहीं इसलिए दृढ़ता के साथ एक ही काम में लगा रहता है। यही बार बार कोशिश करना कम्युनिस्ट की जिम्मेवारी है कठोर से कठोर परिस्थितियों का सामना करने के बाद जो एक जगह पर कायम रहता है। वही सच्चा कम्युनिस्ट है।
मजदूर किसान विरोधी नीतियों विरुद्ध आंदोलन तेज
आगे प्रखंड सचिव ने कहा कि इनकी शहादत दिवस को संकल्प के रूप में लेते हुए मजदूर किसान एवं दबे कुचले तथा शोषित पीड़ित के लिए हम संघर्ष तेज करेंगे साथ ही मोदी सरकार के मजदूर किसान विरोधी नीतियों के विरुद्ध आंदोलन तेज किया जाएगा।
मौके पर सामू दास मुंडा,हकीम, अविनाश सोरेन, भोला सिंह, मनोवर राय,हबीब राय,हेनान राय,क्रीम राय, ज्योति देवी गीता देवी मालती देवी राखी देवी कलावती देवी सीता देवी गुड़िया देवी रूबी खातून सीता देवी उषा देवी रिशु देवी के अलावा दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।