पत्नी के तबादले से पति डिप्रेशन में खुद को लगाई फांसी, मौत का आरोप लगा बरही अनुमंडलीय अस्तपताल के चिकित्सकों पर

हजारीबाग: रविवार की सुबह बरही थाना क्षेत्र के बरही ब्लाक परिसर स्थित सरकारी आवास में एक व्यक्ति ने खुद पंखे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया। मृतक बिष्णुगढ़ निवासी स्व नंद किशोर दास के 45 वर्षीय पुत्र राजकुमार दास है। सूचना मिलते ही बरही पुलिस पहुंचकर लाश का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हजारीबाग भेज दिया।
पत्नी के तबादले से डिप्रेसन में था
मृतक के पुत्र सूरज कुमार ने बताया कि मेरी माँ गुड़िया देवी पति राजकुमार दास बरही अनुमंडलीय अस्पताल में 15 वर्षों से स्वीपर के पद पर कार्यरत थी। उनका ट्रांसफर 10 माह पूर्व चुरचू के अस्पताल में कर दिया गया है।जिसके कारण मेरे पिताजी डिप्रेशन में आ गये, अंतवागत्वा उन्होंने खुद फाँसी लगा लिया।
मौत का जिम्मेवार बरही अनुमंडलीय अस्तपताल
इधर मृतक के पत्नी गुड़िया देवी ने अपने पति की मौत का आरोप बरही अनुमंडलीय अस्तपताल के चिकित्सकों पर लगाई है। वे बार बार रो रो कर कह रही थी कि मेरे पति का मौत का जिम्मेवार बरही अनुमंडलीय अस्पताल के डॉ प्रकाश ज्ञानी है। उन्हीं के माध्यम से मेरा ट्रांसफर चुरचू के अस्पताल में कर दिया गया है। जिसके कारण मेरे पति आज डिप्रेशन में आकर खुद को फांसी लगा लिया है।
मिला सुसाइड नोट
वहीं मृतक के पास से एक लिखा सुसाइड नोट मिला है।जिसमें मृतक मरने से पहले लिखा कि मेरा मौत का जिम्मेवार बरही अनुमंडलीय अस्पतल प्रभारी प्रभारी डॉ शशिशेखर प्रसाद सिंह, नोडल पदाधिकारी डॉ प्रकाश ज्ञानी एवं अपर अधीक्षक पदाधिकारी रमण प्रसाद सिंहा,सिविल सर्जन जयसवाल साथ मे पूरे कर्मचारी शामिल हैं।
मृतक के परिवार का रो रोकर बुरा हाल
मृतक के परिवार ने बताया कि मुझे अस्पताल के नवनिर्मित क्वाटर भवन में मात्र दो दिन शिफ्ट होने के बाद वहां से अस्पताल कर्मियों व वरीय अधिकारियो के मिलीभगत से हटवा दिया गया। मेरा परिवार पूर्व से प्रखंड परिसर के पुराना सरकारी भवन,जो पूरी तरह सा जीर्ण अवस्था मे है,उसी में रह रहे हैं। इधर मृतक परिवार को रो रो कर बुरा हाल है। मृतक के परिवार में मृतक के पत्नी समेत दो लड़की एवं एक लड़का अपने पीछे छोड़ गया है।
चिकित्सा प्रभारी व चिकित्सा नॉडल पदाधिकारी ने क्या कहा?
बरही अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ शशि प्रसाद सिंह ने बताया कि या आरोप बेबुनियाद है। हमारे स्तर से ट्रांसफर नहीं किया गया है।अस्पताल के स्टाप के शिकायत पर सिविल सर्जन का इंक्वायरी कमेटी चौपारण व बरकट्ठा से आई थी। बताया कि उस पर आरोप था कि चिकित्सकों से अभद्र व्यवहार करना, लेबर रूम में मनमानी पैसा लेना एवं कोविड के समय नये बिल्डिंग के ऊपर भवन में बिना आदेश के रह रही थी,जबकि उस समय भवन के नीचे रूम में कोविड मरीज रह रहे थे।
वहीं नोडल अधिकारी डॉ प्रकाश ज्ञानी ने कहा कि आरोप निराधार है। हमे उसके पति के मरने से हमदर्दी है। लेकिन जिस तरह की उनकी मौत हुई है, उसका तस्वीर सन्देह उतपन्न कर रही है। जो जांच का विषय है।