खगड़िया में शहीद कैप्टन आनंद की अंतिम विदाई, श्रद्धांजलि देने के लिए लोग छतो पर चढ़े
खगड़िया: जिले के परबत्ता प्रखंड की एक माँ ने अपना एक बेटा खो दिया। जो इंडियन इंडियन मिलिट्री एकेडमी में कैप्टन के पद पर था। उनकी शादी आगामी 2023 के जनवरी माह में शादी होने वाली थी। सभी लोग काफी खुश थे। लेकिन 18 जुलाई को मौत की खबर आने से पूरा परिवार और गांव में मातम पसर गया। शहीद कैप्टन आनंद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया।
उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोग अपनी छतों पर चढ़ गए। मां और भाई पार्थिव शरीर से लिपटकर रो पड़े। पूरे गांव की आंखें नम दिखीं। परबत्ता प्रखंड के अगुवानी गंगा घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
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बता दे कैप्टन आनंद ग्रेनेड विस्फोट में शहीद हो गए थे। 18 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के मेंढर सेक्टर में ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ था । जिसमे वे शहीद हो गए उन्होंने ड्यूटी के दौरान शहादत दी थी। 7 दिसंबर 2019 को उन्हें प्रमोट कर कैप्टन बनाया गया था। गांव के युवाओं ने शहीद कैप्टन के सम्मान में पूरे प्रखंड में बैनर और पोस्टर लगा रखा है। शहीद के परिजन को 11 लाख रुपए का चेक बुधवार को सौंपा जाएगा।
पिता ने आर्मी अफसर बनाने के लिए साइकिल तक बेच दी
बताया जा रहा है आनंद को आर्मी में ऑफिसर बनाने के लिए उनके पिता ने साइकिल तक बेच दी थी। पढ़ाई के लिए सब-कुछ दांव पर लगा दिया था। आनंद बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे। शुरुआती शिक्षा के बाद पिता ने पहले उन्हें भागलपुर में पढ़ाया। फिर बोकारो भेज दिया। आनंद ने 2012 में मैट्रिक पास किया। इसमें उन्होंने 95 प्रतिशत अंक हासिल किया। वे भागलपुर के टॉपर थे। जबकि, 2014 में बोकारो से इंटर की परीक्षा में 86 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम श्रेणी से पास किया था।
शहीद के पिता ने बताया कि आनंद ने उम्र सीमा से पहले ही NDA की लिखत परीक्षा पास कर लिया था। इस कामयाबी के बाद उन्होंने आनंद को NDA की तैयारी के लिए दिल्ली भेज दिया। वहां आनंद ने परीक्षा पास किया। इंटरव्यू पास कर नेशनल डिफेंस एकेडमी और इंडियन मिलिट्री एकेडमी में ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बना।