केंद्र सरकार को तीनो ये कृषि कानूनों को वापस लेने चाहिए: किसानो से साथ किये दुर्व्यवहार के लिये माफ़ी मांगे

किसान आंदोलन : किसानों के समर्थन में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा है केंद्र सरकार को अविलम्ब नये कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिये और अन्नदाता के साथ किये दुर्व्यवहार के लिये माफी मांगनी चाहिये। उन्होंने कहा किसानों की बात केंद्र सरकार ने नहीं सुनी जिसके कारण आज किसान पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं। अगर लोकतंत्र के अंदर सरकार के साथ संवाद कायम रहते तो यह चक्का जाम के हालात नहीं बनते एवं आम लोगो को मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता।
केंद्र सरकार को अविलंब तीनों नये कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिये और अन्नदाता के साथ किये दुर्व्यवहार के लिये माफी मांगनी चाहिये।
5/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 4, 2020
गहलोत का कहना है कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों, किसान सगंठनों, कृषि विशेषज्ञों से बिना चर्चा किए तीनों कृषि बिल बनाए। इन तीनों बिलों को संसद में भी आनन-फानन में बिना चर्चा किये बहुमत के दम पर असंवैधानिक तरीके से पास कराया।
केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों,किसान सगंठनों,कृषि विशेषज्ञों से बिना चर्चा किये तीनों कृषि बिल बनाये। इन तीनों बिलों को संसद में भी आनन-फानन में बिना चर्चा किये बहुमत के दम पर असंवैधानिक तरीके से पास कराया। जबकि विपक्ष इन बिलों को सेलेक्ट कमेटी को भेजकर चर्चा की मांग कर रहा था।
1/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 4, 2020
जबकि विपक्ष इन बिलों को सेलेक्ट कमेटी को भेजकर चर्चा की मांग कर रहा था। वही कृषि कानूनों पर किसानों की बात रखने के लिये पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी महामहिम राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। वही केंद्र सरकार ने इन बिलों पर किसी से कोई चर्चा नहीं की जिसके कारण आज पूरे देश के किसान सड़कों पर हैं।
केंद्र सरकार ने इन बिलों पर किसी से कोई चर्चा नहीं की जिसके चलते आज पूरे देश के किसान सड़कों पर हैं। नये किसान कानूनों पर किसानों की बात रखने के लिये पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महामहिम राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 4, 2020