BPSC Paper Leak मामले में उपेंद्र कुशवाहा की सफाई पर रोहिणी आचार्य ने उठाए सवाल, कहा – जनता कैसे करे विश्वास
पटना: BPSC Paper Leak Case: बिहार लोक सेवा आयोग की 67 वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले में इओयू की टीम ने गया जिले एस शक्ति कुमार को गिराफतार किया। शक्ति कुमार उपेंद्र कुशवाहा के करीबी बताए जा रहे हैं। जिसको लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने सफाई दी। वही सफाई पर लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा ” कानून करेगा अपना काम बोलकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेना है।
प्रश्नपत्र के सी सेट को स्कैन कर भेजा था
बता दे शक्ति कुमार उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) से जुड़े थे, लेकिन रालोसपा के जदयू में विलय होने के बाद ये भी जदयू के करीब आ गए। आरोप है कि इन्होंने प्रश्नपत्र स्कैन कर व्हाट्सअप से भेजा था। इओयू के अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार शक्ति कुमार गया जिले के डेल्हा स्थित रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज के प्राचार्य हैं और परीक्षा में केंद्राधीक्षक बने थे। उन्होंने स्वीकार किया है कि उसने ही प्रश्नपत्र के सी सेट को स्कैन कर कपिलदेव नाम के व्यक्ति को भेजा था और प्रश्नपत्र वायरल हुआ था।
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उपेंद्र कुशवाहा की सफाई
उपेंद्र कुशवाहा ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि शक्ति कुमार राष्ट्रीय लोक समता पार्टी में महत्वपूर्ण पद पर थे। उन्होंने हालांकि यह साफ लहजे में कहा कि कानून अपना काम करेगा। आरोपी को किसी भी प्रकार का राजनीतिक लाभ नहीं मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि जदयू न किसी को बचाती है और न फंसाती है।
रोहिणी आचार्य ने उठाए सवाल
इस सफाई पर रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कही है” जनता कैसे कर ले, तुम्हारे बातों पे विश्वास
नीतीश कुमार का करीबी निकला , पर्चा लीक करने का कसूरवार…हर बार का इनका यहीं जुमला है कानून करेगा अपना काम बोलकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेना है।”
वही दूसरे ट्वीट में कही “कब तक झूठ की खेती पर राज करोगे…युवाओं का भविष्य यूँही बर्बाद करोगे? राम न करे ऐसा थू शासन मिले किसी को बनकर लूटेरा लूट रहा है युवाओं के भविष्य को।”
कब तक झूठ की खेती पर राज करोगे
युवाओं का भविष्य यूँही बर्बाद करोगे?राम न करे ऐसा थू शासन मिले किसी को
बनकर लूटेरा लूट रहा है युवाओं के भविष्य को.. https://t.co/bnNx0hvGeW— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) June 26, 2022
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15 लोगों की हुई गिरफ्तारी
गौरतलब है कि इस मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आठ मई को बिहार लोक सेवा आयोग की 67 वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद आयोग की टीम ने इस परीक्षा को रद्द घोषित कर दिया था।