जीतन राम मांझी ने घोषणा पत्र की याद दिलाते हुए रखी मांग, लॉकडाउन में बेरोजगारों को दी जाये 5000 रुपये महंगाई भत्ता
पटना: बिहार में कोरोना के मार से जूझ रहे लोगो का बुरा हाल है। सरकार ने लॉकडाउन भी बढाकर 25 मई तक कर दिया है। ऐसे में बहुत लोगो काम बंद है। वे बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर है। निजी कंपनियां लॉकडाउन में अपने कर्मचारी को वेतन भी नहीं दे रही है। इसको लेकर सरकार बिलकुल भी बात नहीं कर रही है । लोगो आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। इसी परिपेक्ष में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में आर्थिक परेशानी से जूझ रहे बेरोजगारों को पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की है।
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दरअसल इसको लेकर हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से बिहार के बेरोजगारों को पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की है।
मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है- वित्तीय संकट से जूझ रहे हमारे बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए HAM ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो उन्हें 5000 रुपये बेरोज़गारी भत्ता दिया जाएगा. मैं माननीय नीतीश कुमार जी से अनुरोध करता हूँ कि सूबे के बेरोज़गार युवक/युवतियों को 5000 रुपये बेरोज़गारी भत्ता दें।
वित्तीय संकट से जूझ रहे हमारे बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए #HAM ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो उन्हें 5000₹ बेरोज़गारी भत्ता दिया जाएगा।
मैं मा.@NitishKumar जी से अनुरोध करता हूँ कि सूबे के बेरोज़गार युवक/युवतियों को 5000₹ बेरोज़गारी भत्ता दें।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) May 14, 2021
हालांकि नई सरकार गठन के तुरंत बाद ही पहली कैबिनेट में 2020-25 के लिए सरकार ने कार्य तय कर दिए हैं, जिसमें बीजेपी के चुनावी घोषणा पत्र और जदयू की तरफ से किए गए वादे को पूरा करने के लिए प्रस्ताव पास किया गया है। देखना होगा कि जीतन राम मांझी ने बेरोजगार लोगो के लिए सरकार से मांग रखी है उस पर सरकार कितना अमल करती है।
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