रामनवमी हिंसा के आरोपियों ने नालंदा पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण, दो अभी भी फरार
पटना: बिहार के नालंदा जिले में रामनवमी के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में शामिल सात आरोपी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। दरअसल पुलिस इन सातों आरोपियों के घर कुर्की जब्ती का प्रक्रिया शुरू कर दी थी जिसके कारण इन लोगों ने शनिवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
आरोपियों में बजरंग दल के जिला संयोजक कुंदन कुमार सहित सात ने नालंदा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले अन्य आरोपियों की पहचान कृष्ण कुमार, मोहम्मद शेरू, मोहम्मद चांद, मोहम्मद राशिद, मनीष वर्मा और सोनू वर्मा के रूप में हुई है। जिला प्रशासन ने सरेंडर करने वाले आरोपियों की संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। हालांकि, दो आरोपी पप्पू और मुन्ना अभी भी फरार हैं और इसलिए जिला प्रशासन उनकी संपत्ति कुर्क कर रहा है।
बिहारशरीफ नालंदा जिले के एसपी अशोक मिश्रा ने कहा, हमने रामनवमी के दौरान सांप्रदायिक हिंसा में नालंदा जिला अदालत में अलग-अलग आवेदन दायर किए हैं। अदालत ने जिला प्रशासन को निर्देश जारी किए हैं। तदनुसार, हमने आरोपियों के घरों पर नोटिस चिपकाए थे। मिश्रा ने कहा, 1 अप्रैल के बाद कोई सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई है।
बता दे अब तक इस मामले में 130 दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया है। जिले के लहेरी और सोहसराय पुलिस थानों में 15 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस ने कहा दोपहर 3 बजे तक बाजार खोलने की भी अनुमति दी है। रामनवमी पर सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आए बिहारशरीफ और सासाराम में स्थिति में सुधार हो रहा है। नौवें दिन बिहारशरीफ में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है।