इंडिया गेट पर बनी “अमर जवान ज्योति” की मशाल आज से यानी 21 जनवरी से बुझ जायेगी, राहुल गांधी ने जताया विरोध
नई दिल्ली: दिल्ली में इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) की मशाल आज यानि शुक्रवार से हमेशा के लिये बुझा दी जाएगी। अब यह मशाल नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) की मशाल के साथ मिल जाएगी। शुक्रवार को दोपहर 3.30 बजे एक कार्यक्रम के दौरान अमर जवान की मशाल को नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल के साथ मिला दिया जाएगा। ऐसा क्यों किया जा रहा है इसके पीछे कारण बताया गया है कि दो जगहों पर मशाल का रख रखाव करना काफी मुश्किल हो रहा है।
साथ ही सेना के सूत्रों का यह कहना है कि अब जबकि देश के शहीदों के लिये नेशनल वॉर मेमोरियल बन गया है, तो फिर अमर जवान ज्योति पर क्यों अलग से मशाल जलाई जा रही है।
सेना के सूत्रों के अनुसार नेशनल वॉर मेमोरियल में सारे शहीदों के नाम हैं, शहीदों के परिवार के लोग यहीं आते हैं। बता दे कि 25 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री ने नेशनल वॉर मेमोरियल का उद्घाटन किया था, जिसे 40 एकड़ जमीन पर 176 करोड़ की लागत से बनाया गया है। जहां 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं।

राहुल गाँधी ने जताया विरोध
वही इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के इस कदम पर आपत्ति जताई है । उन्होंने इस पर विरोध जताते हुए ट्वीट किया है ट्वीट में उन्होने लिखा है ” बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं… हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!
बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2022
1972 में अमर जवान ज्योति का हुआ था उद्घाटन
गौरतलब है कि इंडिया गेट को ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों की याद में बनवाया गया था। इसके बाद 1972 में 1971 के पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में अमर जवान ज्योति जलाई गई। इस युद्ध में भारत की विजय हुई थी और बांग्लादेश का गठन हुआ था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था।