लालू यादव की वर्चुअल मीटिंग से एक्शन में आये RJD नेता , पार्टी के नेताओ को दिए जनसेवा के निर्देश, 150 से ज्यादा कोविड सेंटर खोले जायेंगे
पटना : तीन साल के बाद लालू प्रसाद यादव की राजनीति में एंट्री होने से उनकी पार्टी के नेता में नयी ऊर्जा का संचार हुआ। पार्टी के नेता एक्शन में आ गये हैं। बता दे आज लालू यादव और तेजस्वी यादव अपने विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग किये। कोरोना से संबंधित कई अहम मुद्दे पर बैठक में चर्चा हुई। कई निर्णय लिए गए और आमजनों के साथ खड़ा रहने का वादा किया गया। और विधायकों को जनसेवा का आवश्यक निर्देश दिया।
150 से ज्यादा कोविड सेंटर
दरअसल आऱजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बिहार के डेढ़ सौ से ज्यादा जगहों पर कोविड केयर सेंटर खोलने का निर्देश दिए है। वहां इलाज की पूरी व्यवस्था होगी। हर क्षेत्र में आरजेडी के नेता सामुदायिक किचन भी चलायेंगे जहां गरीबों को मुफ्त खाना दिया जायेगा आरजेडी के विधायक और नेता कोरोना के नाम पर भ्रष्टाचार के खेल पर राजद के नेताओं की खास नजर होगी। वही राजद सुप्रीमो ने अपनी पार्टी को इस कठिन समय में अधिक से अधिक जनता के बीच जाकर उनकी यथासंभव सेवा करने और सबको महामारी के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया।
सफाईकर्मियों को प्रोत्साहन
इसके अलावा राजद के सभी विधायकों को कहा गया है कि वे जितना सम्भव हो सके उतनी संख्या में अपने नाम से क्षेत्र में एम्बुलेंस चलवायें. दवाओं का इंतज़ाम रखे और क्षेत्र में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया है। साथ ही साथ तुर्थ श्रेणी के सभी कर्मचारियों, सफ़ाईकर्मियों और योद्धाओं को जो अस्पतालों से लेकर शमशान घाटों तक पूर्ण समर्पण भाव से मानव सेवा में अपना विशिष्ट योगदान दे रहे है उनके प्रति आभार प्रकट करते हुए उन्हें सरकार द्वारा विशेष प्रोत्साहन राशि देने की माँग की है।
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सरकार के भ्रष्टाचार पर होगी नजर
वही आज के बैठक में लालू ने अपने विधायकों को भरष्टाचार पर कड़ी नजर रखने का भी निर्देश दिया है । उन्होंने कहा है वे सुनिश्चित करें कि उनके विधायक फंड का एक एक पैसा उनके ही क्षेत्र में खर्च हो रहा है कि नहीं। सभी विधायक इसमें किसी तरह के घालमेल या बंदरबांट को लेकर सजग रहें। विधायक लगातार अपने क्षेत्र के अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की जाँच पड़ताल करते रहें। वहाँ दिखाई देनेवाली किसी भी तरह की कमी, सरकारी कोताही, प्रशासनिक लीपापोती या कर्मियों द्वारा मरीज़ो- परिजनों की अनदेखी, दुर्व्यवहार हो रहा है तो फोटो खिचवाये और वीडियो बनाकर कड़ा विरोध दर्ज करें।