मुंबई के वेक्सिनेशन फर्जीवाड़े में सतना से पकड़ा गया आरोपी, वैक्सीनेशन कैंप में प्रति व्यक्ति 1240 रुपए लेता था चार्ज

मुंबई: फर्जी वैक्सीनेशन मामले में मुंबई से बिहार भाग रहे आरोपी को सतना GRP ने धर दबोचा ।जानकारी के अनुसार मुंबई वैक्सीनेशन फर्जीवाड़े का पांचवां आराेपी ट्रेन से पाटलिपुत्र-मुंबई सुपरफास्ट से बिहार भाग रहा था। जिसकी जानकारी मुंबई पुलिस ने जबलपुर GRP को दिया था। जबलपुर स्टेशन से ट्रेन आगे निकल जाने के कारण सतना स्टेशन को मैसेज दिया गया।
आरोपी के बताए हुलिए के आधार पर GRP ने करीम अली को गुरुवार को पकड़ लिया। फिर शुक्रवार शाम मुंबई के कांदिवली थाने की पुलिस सतना GRP चौकी पहुंची। फिर सिविल ड्रेस में आई मुंबई पुलिस को GRP जबलपुर एसपी ने आरोपी को सुपुर्द कर दिया गया।
पांच लोग थे आरोपी
जानकारी के मुताबिक वैक्सीनेशन मामले का सरगना शिवम अस्पताल का डॉ. मनीष त्रिपाठी है। मामले में प्राथमिक तौर पर पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसी आरोपी को पकड़ने मुंबई की कांदिवली थाने के पीआई विजय वी. कंदालगावकर शुक्रवार की शाम 6 बजे सतना जीआरपी आए थे। जहां से कागजी कार्रवाई पूर्ण करने के बाद वे आरोपी को 10 बजे महानगरी एक्सप्रेस से लेकर मुंबई के लिए रवाना हो गए ।
टीके के लिए लेते थे मोती रकम
दरअसल आरोपी ने बताया है कि वैक्सीनेशन कैंप में प्रति व्यक्ति 1240 रुपए लेते थे। आरोपियों ने कांदिवली की हीरानंदानी हेरिटेज सोसाइटी में वैक्सीनेशन कैंप लगाया था। बताया जा रहा है की इस सोसाइटी के 410 सदस्यों को टीके लगाए गए थे। वे 1240 के हिसाब से करीब 5 लाख रुपए वसूल चुके थे।
सर्टिफिकेट नहीं मिलने पर खुला फर्जीवाड़ा
वेक्सीन लगवाने वाले लोगों ने पुलिस के समक्ष पहुंचकर दावा किया था कि हीरानंदानी हेरिटेज सोसाइटी के अंदर हुए वैक्सीनेशन कैंप के 410 लोगों को न सर्टिफिकेट मिला है। न टीके का असर हो रहा है। जो 15 दिन बाद सर्टिफिकेट मिला, उसमें अलग-अलग अस्पतालों के नाम थे। लोगों को इस पर शक हुआ, तो पुलिस से शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।