बिहार में शहीद SHO का और साथ में माँ का किया गया अंतिम संस्कार , बेटी ने की सीबीआई जाँच की मांग

किशनगंज: बिहार पुलिस अधिकारी का पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में शनिवार को मुब्लिचिंग के दौरान पिट पिट कर हत्या कर दी गयी। उनकी माँ उर्मिला देवी अपने बेटे की शहीद होने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उनके घर पूर्णिया जिला के जानकीनगर थाना के पांचों मंडल टोला में उनका निधन हो गया। उर्मिला देवी पहले से ही हर्ट की मरीज थी। रविवार को सैकड़ों रिश्तेदारों और ग्रामीणों की उपस्थिति के बीच, जयकारा लगते हुए अंतिम विदाई दी गयी।
बेटी ने की सीबीआई जाँच की मांग
वही SHO की 15 वर्षीय बेटी नैनीस ने कहा “हमारी पुलिस ने मेरे पिता को मार डाला”, नैन्सी ने कहा छापे के दौरान खतरे के बीच में अपने पिता को कथित रूप से छोड़ने के लिए सात पुलिस को निलंबित करने का भी जिक्र किया, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मौत हो गई। नैंसी ने घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की। आगे नैंसी ने कहा, “हम इस मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो चाहते हैं, क्योंकि सर्कल इंस्पेक्टर, मनीष कुमार समेत सभी (सात बिहार पुलिस के जवान) को मेरे पिता ने अकेले मरने के लिए छोड़ दिया।” उन्हें मृत्युदंड दिया गया।
पूरा मामला
बता दे की पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के गोलपोखर थाना के अंतर्गत पंतपारा गाँव में भीड़ द्वारा किशनगंज जिले के किशनगंज थाने के प्रभारी थाना प्रभारी (SHO) 50 वर्षीय अश्विनी कुमार की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। शनिवार को पुलिस महानिरीक्षक (IGP) पूर्णिया रेंज सुरेश चौधरी ने कहा। एसएचओ बिहार के सीमांचल क्षेत्र में सक्रिय मोटरसाइकिल उठाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने के लिए एक छापेमारी दल का नेतृत्व कर रहे थे , जिसमें किशनगंज के अलावा पूर्णिया, कटिहार, अररिया के चार जिले शामिल थे। एसएचओ पर हमला गिरोह के सरगना फिरोज आलम द्वारा शुरू किया गया था, जिसने लगभग 500-मजबूत भीड़ को उकसाया था। जिससे अश्वनी कुमार की मौके पर ही मौत हो गई।