भारत सरकार के NSO के मुताबिक किसानों की औसत आय 27 रुपये प्रतिदिन, ऐसे में मुनाफे का सौदा कैसे बने

नई दिल्ली: PM नरेन्द्र मोदी ने आज सम्बोधन में तीनो कृषि कानून वापस लेने का फैसला किया। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी के संबोधन के बाद कहा – आज उन 700 से अधिक किसान परिवारों की कुर्बानी रंग लाई, जिनके परिवारजनों ने न्याय के इस संघर्ष में अपनी जान न्योछावर की।
किसानों की से 27 रुपये प्रतिदिन ऐसे में मुनाफे का सौदा कैसे बने
आगे सोनिया गांधी ने कहा कि जब भारत सरकार के NSO के मुताबिक किसान की औसत आय 27 रुपये प्रतिदिन रह गई हो, और देश के किसान पर औसत कर्ज 74,000 हो, तो सरकार व हर व्यक्ति को दोबारा सोचने की जरूरत है कि खेती किस प्रकार से सही मायनों में मुनाफे का सौदा बने। इस पर सरकार और हर व्यक्ति को दोबारा सोचने की जरूरत है कि किसान को उसकी फसल की सही कीमत यानि MSP कैसे मिले।
पीएम मोदी का संबोधन
उन्होंने सम्बोधन में कहा – “हमारी सरकार खासकर छोटे किसानों के कल्याण के लिए गांव-गरीब के उज्जवल भविष्य के लिए पूरी सत्य निष्ठा से हमारी सरकार ये कानून लेकर आई है। हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए भले ही किसानों का एक वर्ग ही विरोध कर रहा था। वैज्ञानिकों, कृषि कानून विशेषज्ञों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया।
हमने किसानों की बातों और उनके तर्कों को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं बाकी रखा। कानून के जिन प्रावधानों पर उन्हें ऐतराज था, उस पर भी बात की। मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए कहना चाहता हूं कि हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए।
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