टोकियो ओलंपिक : भारतीय हाँकी टीम ने रचा इतिहास, ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर पहुंची सेमीफाइनल में

टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic): टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया है। भारतीय हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंच गयी है। 1972 के बाद पहला ऐसा मौका फिर से आया जिसमे भारतीय हॉकी टीम ने साबित कर दिया है की हम किसी से कम नहीं। अब भारतीय हाँकी टीम ने ओलंपकि मुकाबले के सेमीफाइनल में पहुंच गयी है जहाँ टीम इंडिया का मुकाबला बेल्जियम से होगा।
भारतीय टीम के हाँकी का इतिहास
इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने 1980 के मास्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। लेकिन उस ओलंपिक में सेमीफाइनल का फॉर्मेट नहीं था। ग्रुप लेवल के मुकाबले के बाद सबसे ज्यादा अंक वाली दो टीमें सीधे फाइनल में पहुंच गयी थीं। जिनके बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। जिसमे टीम इंडिया ने तब गोल्ड मेडल जीत कर भारत का नाम ऊँचा किया था। वही इससे पहले 1972 में भी भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी जबकि 1976 के ओलंपिक में टीम इंडिया नॉकआउट मुकाबले तक भी नहीं पहुंच पायी थी।
भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच हुआ था क्वार्टर फाइनल मुकाबला
भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मुकाबले को लेकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि मुकाबला कडा होगा लेकिन टीम इंडिया ने ब्रिटेन को आसानी से हराया। भारतीय टीम की ओर से तीनों फील्ड गोल हुए। भारत के लिए खेल के 7वें मिनट में दिलप्रीत सिंह, 16वें मिनट में गुरजंत सिंह और 57वें मिनट में हार्दिक सिंह ने गोल दागा और भारतीय हाँकी टीम को अगले पायदान यानी सेमीफइनल तक पहुंचा दिया।
वही भारतीय हॉकी टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद पदक की उम्मीदें बढ़ गयी हैं। वैसे भी ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का स्वर्णिम इतिहास रहा है। मेंस हॉकी में भारत ने अब तक 8 गोल्ड मेडल जीते हैं। किसी दूसरी टीम ने हॉकी में इतने गोल्ड मेडल नहीं जीते हैं। बता दे कि इंडिया ने 1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 और 1980 ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। भारतीय टीम ने 1960 में सिल्वर मेडल के साथ साथ 1968 औऱ 1972 के ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।