Nisha Bangre Resign : छुट्टी न मिलने से नाराज डिप्टी कलेक्टर ने दिया इस्तीफा , धार्मिक भावनाओं को क्षति पहुंचाने का लगाया आरोप

Nisha Bangre Resign : डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने दिया इस्तीफा , गृह प्रवेश की पूजा के लिए विभाग द्वारा छुट्टी नहीं देने को बताया इस्तीफा का कारण
मध्य प्रदेश : छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने नौकड़ी से स्थिपा दे दिया। उनकी इस्तीफे (Nisha Bangre Resign) की वजह सुर्खियों में बनी हुई है । निशा बांगरे के मुताबिक उन्हें अपने ही घर में गृह प्रवेश की पूजा के लिए विभाग द्वारा छुट्टी नहीं देने पर नौकड़ी से स्थिपा दे दिया है। इसके बारे में उन्होंने गुरुवार, 22 जून को अपने विभाग को एक पत्र लिखकर इस्तीफे की जानकारी दी। बांगरे ने पत्र में विभाग के जिम्मेदार लोगों पर छुट्टी न देने और धार्मिक भावनाओं को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है।
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इस कारन दिया स्थिपा
रिपोर्ट के मुताबिक निशा बांगरे पिछले दिनों घरेलू कार्य का हवाला देकर अचानक छुट्टी पर चली गई थीं। छुट्टी पर रहते हुए ही उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया। निशा बांगरे ने बताया की “उन्हें स्वयं के मकान के गृह प्रवेश और विश्व शांति दूत तथागत बुद्ध की अस्थियो के दर्शन करने के स्वीकृति नहीं दी गई। इससे मेरी धार्मिक भावनाओ की अपूरणीय क्षति हुई है। मै अपने मौलिक अधिकार धार्मिक आस्था एवं संवैधानिक मूल्यों से समझौता करके डिपुटी कलेक्टर के पद पर बने रहना उचित नहीं समझती इसलिए मैंने डिप्टी कलेक्टर के पद से स्थिपा दे दिया है।”
हालांकि, अटकले ये भी लगाई जा रही है कि निशा बांगरे जल्द राजनीति में सक्रिय हो सकती हैं। वे मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में निशा बांगरे बैतूल की आमला विधानसभा सीट से जनता की इच्छा पर चुनाव लड़ सकती हैं। पिछले दिनों एक राजनितिक पार्टी के सर्वे में निशा बांगरे का नाम प्रमुखता से सामने आया था।
2016 में MPPSC परीक्षा पास की
बता दे डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने विदिशा के इंजिनीरिंग कालेज से 2010-2014 में इंजीनियरिंग की। उसके बाद में उन्होंने के बहुराष्ट्रीय कंपनी में प्राइवेट नौकरी की. लेकिन, कुछ समय बाद निशा ने सिविल सर्वेंट बनने के लिए तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने साल 2016 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की परीक्षा पास की कर DSP का पद हासिल किया। साल 2017 में निशा डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त हुई। इसके बाद से वो प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अपनी सेवाएं दे रही थीं.