Oscar Awards 2022: भारतीय डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘राइटिंग विद फायर’ को सर्वश्रेष्ठ डॉक्युमेंट्री फिल्म की केटेगरी में मिली जगह

World: दुनिया में सभी दर्शक हर साल ऑस्कर अवार्ड का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं। क्योंकि अवार्ड में एक एकेडमी अवार्ड मिलने की खुशी अलग ही होती है। इस साल भारत से सूर्या की ‘जय भीम” और मोहनलाल की “मराक्कर” के ऑस्कर में नॉमिनेशन में जगह नहीं मिल पायी। लेकिन कोई बात नहीं अभी उम्मीद ख़त्म नहीं हुई। इस बार भारत में बनी डोक्युमेंट्री फिल्म राइटिंग विथ फायर ( Writing with Fire) ने ऑस्कर के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है। यह फिल्म दलित महिला पत्रकारों के बारे में एक डोक्युमेंट्री फिल्म है जो महत्वाकांक्षी दलित महिलाओं के इस समूह की कहानी पेश करती है।
बेस्ट 10 फिल्मों को किया गया नामांकित
8 फरवरी मंगलवार को 94वें ऑस्कर नामांकन की घोषणा के दौरान एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म को सर्वश्रेष्ठ डोक्युमेंट्री फीचर श्रेणी के तहत नामांकित किया। वही ड्यून (Dune) , द पावर ऑफ द डॉग, बेलफास्ट और द वेस्ट साइड स्टोरी कई नामांकन के साथ 94वें अकादमी पुरस्कारों में नामांकन की सूची में सबसे आगे हैं। बेस्ट पिक्चर श्रेणी के तहत 10 फिल्मों को नामांकित किया गया है। अकादमी पुरस्कार समारोह 27 मार्च को लॉस एंजिल्स के डॉल्बी थिएटर में किया जाएगा।
रिपोर्टर मीरा की संघर्ष भरी कहानी
नवोदित निर्देशक रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा अभिनीत, राइटिंग विद फायर, दलित महिलाओं, खबर लहरिया द्वारा संचालित भारत के एकमात्र समाचार पत्र के उदय का अनुसरण करती है। यह फिल्म एक दलित महिला द्वारा संचालित समाचार पर ‘खबर लहरिया’ की कहानी पर आधारित है। इस फिल्म में मुख्य पात्र में रिपोर्टर मीरा की संघर्ष भरी कहानी है।
यह अखबार के द्वारा समाज में हो रहे अंधविश्वास और अन्याय की जांच करता है और इसे लोगों के सामने प्रस्तुत करता है। यह समाज में रह रहे उन लोगों को आवाज सुनते हैं, जो किसी न किसी रूप में प्रताड़ित हुए हैं। फिलहाल आज के बदलते समय में प्रिंट से डिजिटल माध्यम की ओर बढ़ रही हैं। इस फिल्म की कहानी बेहद दिलचस्प और रोचक है।