मांझी ने नितीश को डाला मुश्किल में, पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यकाल बढ़ाने की रखी मांग

पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बयान को लगातार चर्चा में बने रहते है। अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ट्वीट कर मुश्किल में डाल दिया । बता दे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बिहार में पंचायत चुनाव नहीं होने की स्थिति में पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाने की मांग की है। जीतन राम मांझी ने कहा है कि बिहार में अभी जिस तरह के हालात है उसे देखते हुए कम से कम छह महीनों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ा दिया जाना चाहिए।
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जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है “कई बार आपातकाल के दौरान लोकसभा के कार्यकाल को संविधान के आर्टिकल 352 के तहत बढ़ा दिया जाता है. कोरोना वायरस संकट को देखते हुए नीतीश कुमार से आग्रह है कि पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल कम से कम 6 माह के लिए बढ़ा दिया जाए, जिससे ग्रामीण इलाके का विकास कार्य चलता रहे.”
कई बार आपातकाल के दौरान लोकसभा के कार्यकाल को संविधान के आर्टिकल 352 के तहत बढ़ा दिया गया।
कोरोना के आपात संकट को ध्यान रखते हुए मा.@NitishKumar जी से आग्रह है कि पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल कम से कम 6 माह के लिए बढ़ा दिया जाए जिससे ग्रामीण इलाक़े का विकास कार्य चलता रहे।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) May 28, 2021
बता दे इसके पहले बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था। रामकृपाल यादव ने सीएम नीतीश को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि कोरोना वायरस के दौर में ग्रामीण विकास कार्य बाधित ना हो, इसलिए पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल फिलहाल बढ़ा दिया जाए।
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अब जीतन राम मांझी ने अपने ट्वीट कर साफ दिखा दिया है कि वह मुखिया और सरपंच के साथ हैं। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण उम्मीद अब खत्म हो चुकी है कि बिहार में पंचायत चुनाव समय पर होंगे। लेकिन सरकार पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल विस्तार करेगी। इसे लेकर संशय है। ऐसे में जीतन राम मांझी ने सरकार के सामने बड़ी मांग रखकर सरकार को मुश्किल में फंसा दिया है ।