मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपस्थिति में बिहार के ज्ञान भवन में नशा मुक्ति दिवस पर राज्यव्यापी शपथ ग्रहण

पटना: बिहार में नशा मुक्ति दिवस पर राज्यव्यापी शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।सभी राज्यकर्मियों को शराब नहीं पीने और किसी दूसरे को भी नहीं पीने देने की शपथ दिलायी गयी है। ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों समेत सरकार के आला अधिकारी मौजूद रहें। शपथ दिलाने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शराबबंदी युवाओं की जिंदगी बचा रहा है। उन्होंने कहा कि कितना भी कोई कर लें शराब पीने की इजाजत नहीं मिलनेवाली है।
शपथ के बाद सीएम नीतीश ने कही बड़ी बातें।।
- सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि युवाओं की जिंदगी बचा रहा है शराबबंदी।
- विश्व में कुल मौत का 5.6 प्रतिशत मौत शराब से होती है।
- शराबबंदी को लेकर 9 बार समीक्षा बैठक की गई।
दुनिया में सुसाइड करने वाले 18 प्रतिशत शराबी होते हैं। - दुनियाभर में झगड़ा करने वाले 18 प्रतिशत लोग शराबी।
- शराब को लेकर सबसे ज्यादा गड़बड़ पटना में हो रहा है।
कोई कितना भी कुछ कह लें, शराब पीने की इजाजत नहीं मिलनेवाली है।
वही विरोधियों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग बोलते हैं और भूल जाते हैं। जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं तो क्या इजाजत दे दें। शराबबंदी के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। पर्यटन पर कोई असर नहीं पड़ा है। इसलिए शपथ की जरूरत था।
CM नीतीश कुमार 1 अप्रैल 2016 से लगातार शराबबंदी को लेकर फजीहत झेल रहे हैं। हाल में जहरीली शराब से पूरे राज्य में 65 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद पिछले 16 नवंबर को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शराबबंदी को लेकर मथन बैठक भी हुई थी।
मुख्यमंत्री ने आज इस अवसर पर शराबबंदी को लेकर जागरूकता रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शपथ लेने के बाद सभी से हस्ताक्षर कराया गया। इस कार्यक्रम के अलावा राज्य भर में तकरीबन आठ लाख से अधिक पदाधिकारी-कर्मचारियों ने आज शपथ लिया। आदेश है कि 26 नवंबर को शपथ लेने से वंचित सरकारी कर्मियों को हफ्ते भर के अंदर शपथ लेकर उसका इसकी वीडियोग्राफी कर विभाग को सौंपना है।