बिहार शराबबंदी मामले में तेजस्वी यादव के आरोपों पर मंत्री रामसूरत राय का पलटवार , निखिल आनंद ने तेजस्वी पर साधा निशाना

पटना: बिहार विधानसभा में आज शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष आपस में भिड़ गए। हाथापाई की नौबत तक आ गई। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा लगातार अपील करते रहे लेकिन विधायक नहीं माने।
यह भी पढ़े: बिहार : बिजली विभाग के हवाले से उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर , विद्युत विनिमायक आयोग द्वारा आया फैसला
इस मामले पर हुआ हंगामा
दरअसल तेजस्वी यादव ने सदन में कहा कि डिप्टी सीएम का पद संवैधानिक पद नहीं है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने जब इसका विरोध किया तो इस पर विरोधी दल के विधायक भी उनसे भीड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों ने सदन में जमकर हंगामा किया यहां तक की हाथापाई तक नौबत पहुंच गयी । वही तेजस्वी यादव ने कहा कि सदन में अपनी बात रखने तक भी नहीं दिया, बार-बार हस्तक्षेप किया गया।
वही स्कूल से शराब की बरामदगी पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आरोपों पर मंत्री रामसूरत राय ने पलटवार किया है। मंत्री ने कहा कि हमारे काम से विपक्ष घबराया हुआ है इसलिए हमारे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं। वही रामसूरत ने कहा कि तेजस्वी के आरोप बेबुनियाद है क्योंकि मेरे पिताजी ने 2006 में ही जमीन का बंटवारा कर दिया गया था और मेरे पास कोर्ट की कॉपी भी है। उन्होंने कहा की वो जमीन मेरे भाई के नाम से है तो इसमें मेरी संलिप्तता कहाँ से से आयी।
वही बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने इस मामले पर तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा की तेजस्वी जबरन मंत्री रामसूरत राय को आरोपी सिद्ध करने की कोशिश कर रहे है जबकि मंत्री ने स्पष्ट कह दिया है वो जमीन मेरे भाई की है तो वे दोषी कैसे हुए। अगर इस तरह होता है तो लालू यादव चारा घोटाला में आरोपी है तो लालू जी का पूरा परिवार आरोपी माना जायेगा । ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है।