आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार ने डीजीपी से मांगी सुरक्षा, गए थे एफ आई आर दर्ज कराने, नाम सुनकर पुलिस के भी होश उड़े

पटना: 1988 बैच के आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार 2 दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे थे। लाख कोशिशों के बावजूद उनकी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। लेकिन इस प्रकरण से सुधीर कुमार को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है। इस बाबत आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार ने बिहार के डीजीपी को पत्र लिख कर अपने लिए पर्याप्त सुरक्षा की मांग की है।
मुख्य सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी और फिलहाल राजस्व परिषद में अपर सदस्य के तौर पर तैनात सुधीर कुमार ने डीजीपी के साथ-साथ गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को भी पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने ज्यादा कुछ तो नहीं लिखा लेकिन अपने लिए पर्याप्त सुरक्षा की मांग जरूर की है।
बता दे की बीते दिनों बिहार SSC घोटाले में जेल जा चुके IAS अधिकारी सुधीर कुमार पटना के SC/ST थाने में FIR दर्ज कराने पहुंचे थे। FIR तो दर्ज नहीं हुई लेकिन उनके आवेदन को ले लिया गया। हालांकि इसके लिए उन्हें चार घंटे थाने में गुजारने पड़े थे। अब वे अपनी सुरक्षा की मांग डीजीपी से कर रहे हैं।
थानेदार के होश उड़े
बहुत सवाल करने पर सुधीर कुमार ने कुछ लोगों के नाम बताए कि उन्होंने किन-किन लोगों के खिलाफ आवेदन दिया है। बाताया जाता है कि आवेदन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीआईजी मनु महाराज समेत कई लोगों के नाम हैं जिसे देखकर थानेदार के भी होश उड़ गए। हालांकि सुधीर कुमार ने कहा कि वह अभी जबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो जाती वह पूरा मामला नहीं बता सकते।
1988 बैच के आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार राज्य में गृह सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर रह चुके हैं। बाद में वह BSSC के अध्यक्ष बनाए गए थे। 2014 में इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा के पेपर लीक कांड में उनके ऊपर कार्रवाई की गई थी। हालांकि बाद में वह निलंबन मुक्त हो गए। वर्तमान में वह राजस्व पर्षद के अपर सदस्य के तौर पर तैनात हैं। अगले साल 31 मार्च को वह रिटायर भी होने वाले हैं।