दशहरा के अवसर पर केरल के राज्यपाल ने छोटे बच्चों को पहला अक्षर लिखवाकर शिक्षा की शुरुआत की

केरल के राजयपाल ने छोटे बच्चों को पहला अक्षर लिखवाकर उनकी शिक्षा की शुरूआत की, केरल के राजपाल के साथ कांग्रेस अध्यक्ष पद उम्मीदवार शशि थरूर शामिल हुए
केरल: पूरे देश में बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार विजयादशमी धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर प्रदेश में यह पर्व अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है। कहीं दशहरे पर रावण को ना जलाने का रिवाज है तो कहीं दशहरे पर लोग शोभायात्रा निकालते हैं, तो कही दशहरे पर रावण को जलाने की प्रथा है। वही केरल में यह पर्व अनूठे तरीके से मनाया जाता है। इस अवसर पर छोटे बच्चों को पहला अक्षर लिखवाकर उनकी शिक्षा की शुरूआत की जाती है।
Big Bharat ट्वीटर को फॉलो करे
इस अवसर पर लोगों की भारी भीड़ देखी जाती है। यह मंदिर दक्षिण मूकामबिका के नाम से मशहूर है और यहां 56 शिक्षक छोटे बच्चों को पहला अक्षर लिखना सिखाते हैं। दशहरे के दिनों में हजारों की संख्या में बच्चे जाति, धर्म से ऊपर उठकर पहली बार अक्षर लिखते हैं इस दिन केरल में छोटे बच्चों द्वारा पहला अक्षर लिखने की शुरुआत करना बहुत शुभ माना जाता है और परिवार के लोग अपने छोटे बच्चों को पहली बार अक्षर लिखवाने में मदद करते हैं।
इस बार भी एर्नाकुलम में विजय दशमी उत्सव मनाई गई जहां छोटे बच्चों के साथ ‘विद्यारम्भम’अनुष्ठान किया गया।इस अनुष्ठान में छोटे बच्चों को पहला अक्षर लिखवाकर उनकी शिक्षा की शुरूआत की जाती है।अनुष्ठान में केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान और कांग्रेस अध्यक्ष पद उम्मीदवार शशि थरूर शामिल हुए। इस अनुष्ठान के लिए काफी की संख्या में माता-पिता अपने बच्चों के साथ एर्नाकुलम के दक्षिण मूकाम्बिका मंदिर पहुंचे।