हैदराबाद में भीषण हादसा: कबाड़ गोदाम में 11 मजदूर जिन्दा जलकर हुए खाक , सभी बिहार के छपरा जिले के रहनेवाले

हैदराबाद: तेलंगाना के हैदराबाद से बड़ी दर्दनाक घटना सामने आयी है जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। दरअसल एक हादसे में 11 लोग में जिंदा जल गए। यह घटना रात करीब तीन बजे की है। यह हादसा एक गोदाम में आग लगने से हुई है। बताया जा रहा की उस गोदाम में जलने वाले सभी मजदूर बिहार के थे। फायर ब्रिगेड की 9 गाड़िया मौके पर पहुंची तब जाकर आग पर काबू पाया गया मगर तब तक 11 मजदूर झुलस चुके थे।
बता दे देर रात तकरीबन तीन बजे तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के भोईगुड़ा इलाके स्थित एक कबाड़ के गोदाम में आग लग गई। जलने वाले सभी मजदूर बिहार के मूल निवासी थे। ये मजदूर दिनभर मेहनत मजदूरी करके उसी कबाड़ गोदाम में जाकर सो जाते थे। उस दिन भी ऐसा ही हुआ मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था। ये सभी रात को सोए तो मगर अगली सुबह का सूरज इनके नसीब में नहीं था।
12 लोग थे अंदर
रात के तीन बजे पुलिस और फायर डिपार्टमेंट को इसके बारे में जानकारी मिली । जिसके बाद आनन फानन में फायर बिग्रेड की नौ गाड़ियां मौके पर पहुंची। तब तक आग की लौ आसमान छूने लगी थी। तब तक किसी को नहीं पता था कि अंदर 12 लोग भी मौजूद हैं। फायर बिग्रेड ने तुरंत आग पर काबू पाया मगर तब तक 11 लोग झुलस चुके थे, और उनकी मौत हो चुकी थी। मगर उनमें से एक मजदूर किसी तरह वहां से निकलने में कामयाब हो गया। तत्काल उसको अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
सिलिंडर विस्फोट से लगी आग
पुलिस के अनुसार शादवां व्यापारियों के कबाड़ संग्रह केंद्र की पहली मंजिल पर 12 मजदूर सो रहे थे और ग्राउंड फ्लोर पर आग लगी थी। मध्य क्षेत्र के डीसीपी एम राजेश चंद्रा ने बताया कि मजदूरों के बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता भूतल में कबाड़ की दुकान के माध्यम से था जिसका शटर बंद था।’ एक अधिकारी ने बताया, ‘लगभग चार बजे एक सिलेंडर में विस्फोट हुआ और हमें डायल 100 कॉल मिली। जिसके बाद हमारे नाइट ड्यूटी अधिकारी अग्निशमन विभाग के कर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। कोई नहीं जानता कि श्रमिक यहां रह रहे थे। कई पीड़ितों की मौत धुएं के कारण हुई है।’
सभी मजदूर छपरा जिले से
उन्होंने आगे बताया की सभी मजदूर छपरा जिले के रहने वाले थे । ये मजदूर पिछले दो साल से 12,000 रुपये मासिक वेतन पर काम कर रहे थे। आग से झुलसकर मरने वाले सभी मजदूर 20 से 30 साल के उम्र के थे। कबाड़ गोदाम में फाइबर केबलों के कारण घना धुआं हुआ और तेजी से आग फैलती चली गई। फायर बिग्रेड के एक अधिकारी ने बताया कि कचरा गोदाम में खाली शराब की बोतलें, कागज, प्लास्टिक और केबल थे। सभी 11 शव एक कमरे से बरामद किए गए थे। एक दूसरे के ऊपर लेटे हुए थे। शवों की शिनाख्त नहीं की जा सकती। ऐसा लगता है कि मालिक ने उन्हें कबाड़ गोदाम के ऊपर पहली मंजिल पर रहने की जगह मुहैया कराई थी।
राज्य के मुख्यमंत्री ने 5 लाख मुआबजे की घोषणा की
वही इस हादसे पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने लोगों की मौत पर दुख जताया है और मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। साथ ही मुख्यमंत्री ने सीएस सोमेश कुमार को प्रवासी श्रमिकों के शवों को उनके मूल स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।