बिहार में कॉलेज की लड़कियों का नया ड्रेस कोड, जींस टीशर्ट में खुले बाल लहराते हुए नही जाएंगी पढ़ने, सेल्फी लेने पर भी रोक

पटना : बिहार में एक तरफ जहां लड़कियों को पढ़ाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए नीतीश सरकार प्रयासरत है। यहां तक कि राज्य सरकार ने लड़कियों के लिए मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, स्पोर्ट यूनिवर्सिटी आदि संस्थानों में सीट भी आरक्षित कर दिया है। वही एक एक कॉलेज प्रशासन ने लड़कियों के लिए एक ऐसा नियम-कानून बनाया है, जिसकी काफी आलोचना हो रही है। दरअसल उस कॉलेज में लड़कियों के सेल्फी लेने और खुले बाल पढ़ने जाने पर रोक लगा दिया गया है।
नया ड्रेस कोड लागू
दरअसल पूरा मामला बिहार के सिल्क सिटी भागलपुर जिले का है। भागलपुर में स्थित सुंदरवती महिला कॉलेज प्रशासन की ओर से लड़कियों के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया है। इस आदेश के साथ-साथ नया फरमान भी जारी किया गया है। जिसे लोग ‘तुगलकी फरमान’ करार दे रहे हैं। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक खुले बालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सुंदरवती महिला कॉलेज की प्रिंसिपल का कहना है कि कॉलेज कैंपस में लड़कियां सेल्फी भी नहीं लेंगी। बाल खुले रखने वाली छात्राओं को कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। वे सिर्फ और सिर्फ एक चोटी या दो चोटी में बाल बांधकर ही पढ़ने आएंगी। बताया जा रहा है कि कॉलेज की कमेटी ने यह बड़ा निर्णय लिया है।
आदेश के मुताबिक कालेज की लड़कियों के लिए गर्मी और जाड़े के मौसम के लिए अलग अलग ड्रेस कोड बनाया गया है। गर्मी में लड़कियां सिर्फ रॉयल ब्ल्यू कुर्ता और सफ़ेद सलवार पहनेंगी। इसके साथ वे एक सफ़ेद दुपट्टा लेंगी। पैरो में सफ़ेद मोजा और काला जूता पहनेंगी। वही जाड़े में लड़कियां रॉयल ब्लू ब्लेजर या कार्डिगन पहनकर पढ़ने के लिए कॉलेज आएंगी।
बताया तुगलकी फरमान
जानकारी के अनुसार सुंदरवती महिला कॉलेज में लगभग डेढ़ हजार लड़कियां पढाई करती हैं। नए सेशन यानी कि सत्र 2021-2023 में जिन्होंने एडमिशन लिया है, ये आदेश उनके लिए जारी किया गया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी से जुड़े छात्रों ने इसे तुगलकी फरमान बताया है। तो अन्य छात्रों ने इसकी तुलना शरिया कानून से की है।