बिहार में ब्लैक फंगस के कुल 223 मामले , शनिवार को मिले 49 नए मरीज, पटना एम्स का वार्ड हुआ फूल

पटना: पुरे देश में ब्लैक फंगस अपना पांव पसारता जा रहा है। बिहार में भी ब्लैक फंगस के गंभीर मरीजों की संख्या थम नहीं रही है। बिहार में ब्लैक फंगस के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है। यही कारण है की बिहार सरकार ने इसे महामारी घोषित किया है। मरीजों से पटना एम्स का ब्लैक फंगस वार्ड भर गया है। यहाँ तीस बेड के वार्ड में 50 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वहीं, इस बीमारी से छपरा निवासी प्राचार्य की आईजीआईएमएस में मौत हो गई।
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बता दे शनिवार को पटना में ब्लैक फंगस के कुल 42 और छपरा में सात मरीज मिले। वही शुक्रवार तक ब्लैक फंगस कुल मामले 174 थे इस तरह से राज्य में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़कर 223 हो गई है। पटना एम्स का ब्लैक फंगस वार्ड तीन दिन पहले भी भर चुके थे। जिसके वजह से आईजीआईएमएस में भी अब तक 43 मरीज भर्ती हो गए हैं, यहां पचास बेड का ब्लैक फंगस वार्ड बना है।
वही पीएमसीएच और एनएमसीएच में अभी इस बीमारी के इलाज के लिए अलग से वार्ड नहीं बनाया गया है। पटना एम्स ओपीडी में 40 लक्षण वाले मरीज आए थे, इसमें से आठ को भर्ती किया गया जबकि अन्य 32 को जांच कराने की सलाह दी गई।