यूपी: ललितपुर रेप मामले में थानाध्यक्ष सस्पेंड और पूरा थाना हुआ लाइन हाजिर, किशोरी के साथ थाना परिसर में सामूहिक दुष्कर्म का है आरोप

उत्तर प्रदेश: लखनऊ के ललितपुर का मामला यूपी पुलिस को एक बार फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया है। ललितपुर में थाना पाली के एसओ पर बड़ा संगीन आरोप लगा है। दरअसल थाना के एसओ पर 13 साल की नाबालिग के साथ थाना परिसर में रेप करने का आरोप है।। थाने में सामूहिक दुष्कर्म का यह अब मामला तूल पकड़ लिया है। एसपी ने आरोपी थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है, साथ ही पूरा थाना लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसओ समेत चार युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
चाइल्ड केयर की काउंसलिग में पता चला
बताया जा रहा है कि पाली थाने के एसओ तिलकधारी सरोज ने किेशोरी को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। उसी दौरान उसने थाना परिसर में बने अपने कमरे में किशोरी से दुष्कर्म किया। इस घटना के बाद 13 वर्षीय किशोरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले उसका डॉक्टरी परीक्षण कराया गया था। चाइल्ड केयर की काउंसलिग में पता चला था कि नाबालिग के साथ थाने में यौन उत्पीड़न हुआ था।
29 पुलिस वाले हुए लाइन हाजिर
जिसके बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि दारोगा सहित 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जिसमे 6 एसआई, 6 हेड कॉन्स्टेबल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, एक ड्राइवर और एक फॉलोवर समेत 29 पुलिसकर्मी थे। कुल 3 लोगों की अभी गिरफ्तारी की गई है। वहीं, सस्पेंड किए गए थानाध्यक्ष समेत तीन लोग फरार हैं। डीआईजी झांसी को मौके पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। दोषी कोई भी हो चाहे अगर पुलिस वाला भी क्यों न हो सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि किन परिस्थितियों में ये आरोप थाना के स्टाफ पर लगे हैं तथा वहां के जो भी सुपरवाइजरी अफसर हैं, पर्यवेक्षण करने वाले अधिकारी हैं एसपी सहित, उनकी क्या गलतियां हैं… इन सब बिन्दुओ पर DIG झांसी को यह जांच दी गई है।