अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की

अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए याचिका दायर की। 09 अप्रैल को दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा याचिका ख़ारिज करने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
नई दिल्ली: 10 अप्रैल को दिल्ली सरकार के कथित शराब घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने गिरफ्तारी को चुनौती दी है। यह फैसला उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका ख़ारिज होने के बाद लिया। बीते कल यानि 09 अप्रैल को हाई कोर्ट जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिका खारिज करने का आदेश दिया था। हाई कोर्ट ने कहा था कि यह याचिका जमानत याचिका नहीं है बल्कि इसमें गिरफ्तारी को चुनौती दी गई है।
Big Bharat ट्वीटर को फॉलो करे
हाई कोर्ट ने कहा था इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में किसने किस पार्टी को पैसा दिया ये कोर्ट को विचार नहीं करना है। केजरीवाल चाहें तो गवाहों का क्रास-एग्जामिनेशन कर सकते हैं। ये ट्रायल का मामला है और ये हाई कोर्ट का मामला नहीं है। हाई कोर्ट ने कहा था कि जांच एजेंसी किसी की भी जांच कर सकती है। कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान के फैसले का उदाहरण देते हुए कहा कि पब्लिक फिगर को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए।
करणी सेना प्रमुख राज शेखावत को पुलिस ने हिरासत में लिया, भाजपा मुख्यालय के घेराव की थी योजना
मार्च से ही समन को नजरअंदाज कर रहे हैं।
हाई कोर्ट ने कहा था कि मार्च से ही केजरीवाल समन को नजरअंदाज कर रहे हैं। ऐसे में ये नहीं कहा जा सकता है कि गिरफ्तारी चुनाव को ध्यान में रखकर की गई है। कोर्ट कानून से बंधे हैं न कि राजनीति से। जज संविधान से बंधे होते हैं। न्यायपालिका का काम कानून की व्याख्या करना है और इसमें वो किसी का पक्ष नहीं लेती है, वो राजनीतिक में नहीं पड़ती है। राजनीतिक हस्तियों के मामलों में कोर्ट को केवल कानून को देखना है और उसके लिए राजनीति जरूरी नहीं है। बता दे कि केजरीवाल फिलहाल 15 अप्रैल तक की न्यायिक हिरासत में हैं।