सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर, दो दिन की राष्ट्रीय शोक की घोषणा
नई दिल्ली: स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन की खबर सुनकर पूरे देश और हिंदी सिनेमा जगत में एक शोक की लहर दौड़ गई। 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। आज सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर कोरोना से जंग हार कर दुनिया को विदा कह गईं। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। लता जी के निधन पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
शिवाजी पार्क से श्मशान में होगा अंतिम संस्कार
लता जी की पार्थिव देह को दोपहर 12 बजे लताकुंज स्थित घर पर ले जाया जाएगा। बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि लता जी का अंतिम संस्कार भी शिवाजी पार्क स्थित श्मशान में किया जाएगा। हालांकि इसका समय अभी कन्फर्म नहीं किया गया है। वही सूत्रों से पता चला पीएम मोदी भी श्रद्धांजलि देने मुंबई पहुचेंगे।
सुबह 8. 12 बजे अंतिम सांस ली
बता दे लता मंगेशकर की कोरोना रिपोर्ट 8 जनवरी को पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके भर्ती होने की खबर भी 2 दिन बाद 10 जनवरी को सामने आई थी। उन्होंने कोरोना और निमोनिया दोनों से 29 दिन तक एक साथ जंग लड़ी। सुबह 8. 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल के ICU में रखा गया था। लंबे समय से लता ताई का इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत समधानी की देखरेख में ही डॉक्टर्स की टीम उनका इलाज कर रही थी। डॉ. प्रतीत ने बताया कि मल्टी ऑर्गन फेल्योर होना मौत की वजह बनी।
स्वर कोकिला, दीदी और ताई जैसे नामों से लोकप्रिय लता जी के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। फैंस उनके ठीक होने की दुआएं कर रहे थे, लेकिन आज इस बुरी खबर से करोड़ों संगीत प्रेमियों का दिल टूट गया। पिछले 8 दशकों से गायन को अपनी जिंदगी समर्पित करने वालीं लता जी ने महज 13 साल की उम्र में सिंगिंग करियर शुरू किया था।
अपनी मधुर आवाज से हजार से ज्यादा फिल्मों में चार चांद लगाने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर 36 भाषाओं में गाना गा चुकी थीं। उनके ज्यादातर गाने सदाबहार रहे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे।